मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार की लगातार चेतावनी के बाद भी प्रदेश में अवैध बालू खनन जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभी कुछ ही दिनों पहले अपने एक बयान में कहा था कि राज्य में किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाना चाहिए और कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के उद्देश्य से स्मार्ट पुलिसिंग में भी सुधार किया जाना जरुरी है।
इस दौरान उन्होंने कहा था कि खनन माफियाओं के खिलाफ संयुक्त टीमों के माध्यम से प्रभावी कार्रवाई की जाये। अवैध बालू परिवहन एवं खनन के प्रकरणों में सख्त कार्यवाही की जाये साथ ही राज्य में युवाओं का भविष्य खराब करने वाले अवैध शराब माफिया के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य भर के पुलिस महानिरीक्षकों (IG) और पुलिस अधीक्षकों (SP) को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने निर्देशित करते हुए पुलिस के आला अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा।
अवैध बालू खनन रोकने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज के इन कदमों पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सवाल उठाया है। गुरुवार को सोशल मीडिया साइट कू पर उन्होंने अपने एक पोस्ट में लिखा,”तमाम नियमों, प्रतिबंधों को दरकिनार कर मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के संरक्षण में अवैध उत्खनन का काम फिर ज़ोरों पर है। रेत माफ़ियाओ द्वारा प्रदेश की जीवनदायिनी नदियों को अवैध उत्खनन से निरंतर छलनी किया जा रहा है। मशीनों से अवैध उत्खनन का काम बेरोकटोक जारी है।”
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा,”नदियों के बीच में अवैध सड़के बनाकर खुलेआम अवैध उत्खनन का काम किया जा रहा है, कोई रोकने, टोकने, सुनने वाला नहीं है।”
बता दें कि, मध्य प्रदेश में बालू खनन की समस्या एक प्रमुख समस्या है। यहां बड़े पैमाने पर अवैध खनन माफिया सक्रिय हैं जिनपर लगाम लगाने के लिए शिवराज सिंह चौहान भी लगातार समय-समय ओर पुलिस और कानून व्यवस्था के आला अधिकारियों के साथ बैठक करते रहते हैं। इस क्रम में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसते हुए प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है।