
परिवार की मर्जी के बगैर मुस्लिम लड़की से शादी करने वाले मेरठ के डीजे दुष्यन्त ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. करीब 3 साल पहले दुष्यन्त ने फरहा से शादी की थी लेकिन दुष्यन्त के घरवाले मुस्लिम लड़की को अपनाने के लिए तैयार नही थे. दुष्यन्त के परिजनों का आरोप है कि फरहा और उसके परिवार ने दुष्यन्त पर धर्मान्तरण का दबाब बनाया जिसे वह झेल नही सका.

मेरठ के नौचंदी इलाके का दुष्यन्त पेशे से डीजे था. इसी दौरान कई साल पहले उसकी मुलाकात हापुड़ अड्डा इलाके की फरहा से हुई और दोनो में मुहब्बत हो गयी. परिवार की मर्जी के बगैर दोनो ने शादी कर ली लेकिन अपने परिवार के विरोध के चलते दुष्यन्त फरहा को अपने घर नही ला सका. करीब 3 महीने की शादी के बाद दुष्यन्त पर इस्लाम कबूल करने का दबाब था और इस दबाब में बड़ा किरदार था दुष्यन्त के साले अमजद इब्राहीम का. इब्राहीम राष्ट्रीय लोकदल का नेता है.
दुष्यन्त को फरहा उसके घर पर ही रखता था. दोनो को शादी के बाद एक बेटी भी पैदा हुई जो करीब एक साल की है. परिवार के विरोध के चलते दुष्यन्त जब अपनी बीबी को परिवार में शामिल ना करा सका तो फरहा और उसके घरवालों ने उस पर इस्लाम कबूल करने का दबाब बनाया. वह चाहते थे कि दुष्यन्त मुसलमान होने के बाद उन्हीं के साथ रहे. इसके लिए उन्होने उसे नमाज समेत कई धार्मिक गतिविधियां भी शुरू कराई हुई थी. पुलिस को अभी तक इस मामले में कोई शिकायत नही मिली है.
मामला तूल पकड़ने के बाद दुष्यन्त के परिवार के साथ कई हिंदूवादी संगठन भी खड़े हो गये है. हिंदूवादी नेताओं के आरोप है कि पुलिस जानबूझकर आरोपियों को शुरूआती जांच में क्लीनचिट देकर उन्हें बचाना चाहती है. जबकि पुलिस कहती है कि लिखित शिकायत आयेगी तो फिर से जांच करा ली जायेगी. इस विवाद से अलग अब फरहा और उसकी मासूम बेटी की जिंदगी का सहारा अब उनसे जुदा हो गया है.
रिपोर्ट-नरेन्द्र प्रताप