लखनऊ : केंद्र सरकार ने बेरोजगारी पर प्रहार करते हुए एक बड़ा निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि आने वाले 18 महीनों में केंद्र 10 लाख नौकरियों में उम्मीदवारों की भर्ती करेगा. इसके बाद से देश में राजनीति गरम हो गयी है. विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हो रहा है. इसी कड़ी में आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया और केंद्र सरकार पर हमला बोला. मायावती ने कहा कि ‘केन्द्र की गलत नीतियों से जनता त्रस्त, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी,रुपए का अवमूल्यन चरम पर है, 10 लाख भर्ती की घोषणा चुनावी छलावा है, SC,ST, OBC वर्गों के कई गुणा सरकारी पद रिक्त पड़े हैं ये समाज गरीबी,बेरोजगारी से सर्वाधिक दुःखी पीड़ित है.’
1. केन्द्र की गलत नीतियों व कार्यशैली के कारण गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी व रुपए का अवमूल्यन आदि अपने चरम पर है जिससे सभी त्रस्त व बेचेन हैं, तब केन्द्र ने अब अगले डेढ़ वर्ष में अर्थात लोकसभा आमचुनाव से पहले 10 लाख भर्ती की घोषणा की है जो यह कहीं नया चुनावी छलावा तो नहीं है? 1/2
— Mayawati (@Mayawati) June 14, 2022
गौरतलब है कि केंद्र सरकार इतने बड़े पैमाने पर लोगों की रोजगार देने के लिए मिशन मोड में काम करने की रणनीति बनाने की कवायद में जुटी हुई है. बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ट्वीट से बेरोजगारों को थोड़ी राहत जरूर महसूस हो रही है.अगर केंद्र सरकार वास्तव में 1.5 साल के अंदर 10 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कर सकेगी तो आर्थिक पैमानों और आंकड़ों में भारी परिवर्तन देखने को मिल सकता है.