अव्यवस्थाओं से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग स्टाफ से लेकर सफाई कर्मी तक की कमी

पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके इस उद्देश्य के साथ खुले अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। स्वास्थ्य सुविधाएं तो दूर की बात मेडिकल कॉलेज में नियमित सफाई तक नहीं हो रही है

रिपोर्ट-हरीश भण्डारी

डेस्क: पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके इस उद्देश्य के साथ खुले अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। स्वास्थ्य सुविधाएं तो दूर की बात मेडिकल कॉलेज में नियमित सफाई तक नहीं हो रही है। जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों के अन्य बीमारियों से संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है।

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ आए तीमारदारों का आरोप है कि उनके मरीजों के बेडसीट तक नहीं बदली गई। अस्पताल में दो या तीन दिन में एक बार सफाई हो रही है। साथ ही तीमारदारों ने अस्पताल में मिलने वाले खाने पर भी सवाल खड़े किए है। यही नहीं अस्पताल में पानी की भारी किल्लत है, शौचालयों की हालत काफी बुरी है। इसके अलावा सफाई कर्मी, वार्ड ब्वाय व नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी मेडिकल कालेज में बनी हुई है।

अच्छे स्वास्थ्य सुविधाए के दावे के साथ सरकार ने मेडिकल कॉलेज संचालित तो कर दिया। लेकिन लोग अब भी मैदानी क्षेत्रों का रूख कर रहे है। वही, मेडिकल कॉलेज प्रशासन इन सभी अव्यवस्थाओं के लिए मैनपॉवर नहीं होने का हवाला दे रहा है। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में सिर्फ 17 सफाई कर्मी है जबकि 69 की डिमांड की गई है।

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