
सपा संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। आज यानी सोमवार को 82 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. मुलायम सिंह यादव को कुछ दिन पहले यूरिनरी इंफेक्शन, ब्लड प्रेशर की समस्या और सांस लेने में तकलीफ के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हां, और उनकी तबीयत लगातार नाजुक बनी रही। अब उनके निधन पर अखिलेश यादव ने कहा, ”मेरे आदरणीय पिता और सभी के नेता अब नहीं रहे.”
कई किस्से हैं मुलायम सिंह यादव से जुड़े हुए उनमें से ही एक हम आज आपको बता रहे हैं। 1965 में नेता जी ने इटावा में एक कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस कुश्ती प्रतियोगिता ने समाजवादी पुरोधा की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। उस कुश्ती प्रतियोगिता में चीफ गेस्ट के तौर पर जसवंतनगर विधायक नत्थू सिंह यादव ने भी शिरकत की हुयी थी। उस प्रतियोगिता में ही मुलायम सिंह ने कुश्ती में अपने से दोगुने पहलवान को पटखनी दे दी। जिसके बाद विधायक नत्थू सिंह यादव बेहद प्रभावित हुए। जिसके बाद उनकी मुलाकात के बाद नत्थू सिंह यादव को मुलायम सिंह का राजनीतिक गुरु कहा जाता है।
1967 मुलायम सिंह को चुनाव लड़वाने के लिए में नत्थू सिंह यादव ने अपनी जसवंतनगर की सीट तक छोड़ दी थी। मुलायम सिंह यादव ने अपने गुरु को भी निराश नहीं किया और पहले ही चुनाव में उन्होंने भारी वोटों से जीत हासिल की। महज 28 साल की उम्र में वे विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे।
आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था. उनके पिता सुगर सिंह यादव एक किसान थे। वहीं मुलायम सिंह यादव मैनपुरी सीट से लोकसभा सांसद थे और चाहे उत्तर प्रदेश की राजनीति हो या देश की राजनीति, मुलायम सिंह यादव की गिनती प्रमुख नेताओं में होती है. वह तीन बार यूपी के सीएम रहे और केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा मुलायम सिंह 8 बार विधायक और 7 बार लोकसभा सांसद भी चुने गए।