पिछले कुछ सालों से देश में चर्चा वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर चल रही थी। सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक चर्चाओं का बाजार गर्म था। कोई कह रहा था ये मुद्दा मात्र सत्ता पक्ष का एक जरिया है राजनीतिक हित साधने तो कोई इसे सही ठहरा था कि देश में तमाम अलग-अलग चुनाव कराने से बेहतर होगा कि एक देश में एक ही चुनाव हो जाए। इस मामले में कई विपक्षी दलों ने सत्ता पक्ष के इस फैसले का स्वागत भी किया था। आज इसी कड़ी में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट ने पूर्व राष्ट्रपति और वन नेशन वन इलेक्शन पर बनी कमेटी के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद की रिपोर्ट पर मुहर लगा दी है। कैबिनेट ने ‘एक देश,एक चुनाव’ को मंजूरी देते हुए शीतकालीन सत्र में बिल लाने का फैसला किया है। मिली जानकारी के मुताबिक दोपहर 3 बजे सरकार की तरफ से इसपर ब्रीफिंग भी दी जाएगी।
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