ऐसे ही अनार को नहीं कहा जाता देवताओं का फल ! एक अनार कई समस्याओं का समाधान, जानें कैसे ?

अनार विभिन्न पोषण लाभों से भरा हुआ है। अध्ययनों से पता चलता है कि इस फल में लगभग 19 ग्राम कार्ब्स होते हैं, जिनमें से 4 ग्राम आहार फाइबर का योगदान होता है। गौरतलब है कि इस फल का 78 प्रतिशत भाग पानी होता है।

लखनऊ; लाल और रसदार अनार स्वास्थ्यप्रद फलों में से एक है। दिलचस्प बात यह है कि इसे कभी-कभी एक दैवीय फल के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यह धार्मिक फलों में सबसे अधिक उल्लेखित फलों में से एक है।

अनार विभिन्न पोषण लाभों से भरा हुआ है। अध्ययनों से पता चलता है कि इस फल में लगभग 19 ग्राम कार्ब्स होते हैं, जिनमें से 4 ग्राम आहार फाइबर का योगदान होता है। गौरतलब है कि इस फल का 78 प्रतिशत भाग पानी होता है।

इसमें उच्च मात्रा में विटामिन के, सी और फोलेट (बी9) भी होता है। साथ ही अनार में विटामिन ई भी काफी मात्रा में होता है जो इस फल में मौजूद होता है। इसके अलावा, राइबोफ्लेविन, थायमिन और पैंटोथेनिक एसिड भी मौजूद होते हैं।

अनार के फायदे

यह रक्तचाप को कम कर सकता है। कुछ प्रारंभिक अध्ययनों के अनुसार, अनार में कैंसर-रोकथाम के गुण भी होते हैं।
2010 के एक अध्ययन से पता चला है कि अनार गठिया में मदद कर सकता है। अनार में कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता भी होती है। यह शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।

अनार खाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

विशेषज्ञों के अनुसार अनार के सेवन का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है। चूंकि अनार में कैलोरी अधिक होती है, इसलिए सुबह इनका सेवन करने से आपको पर्याप्त ऊर्जा मिलेगी। आप अनार का सेवन लंच से पहले कर लें।

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