सीएम योगी से मुलाकात पर ओपी राजभर का इनकार, अखिलेश और मायावती पर जमकर बरसे राजभर

सीएम योगी आदित्यनाथ और ओपी राजभर का वाराणसी में हुई मुलाकात की चर्चाओं पर ओपी राजभर ने विराम लगा दिया है.

वाराणसी- उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और ओपी राजभर का वाराणसी में हुई मुलाकात की चर्चाओं पर ओपी राजभर ने विराम लगा दिया है. ओपी राजभर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से किसी प्रकार की कोई मुलाकात और वार्ता नहीं होनी की बात कही है.हालाकि विशेष सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं की मुलाकात सर्किट हाउस में हुई और करीब आधे घंटे तक वार्ता चली. वही राजभर ने जाति जनगणना को लेकर सभी विपक्ष के नेताओं के एक साथ आने को कहा है.

सीएम योगी को नहीं खिलाया बेटे के शादी का लड्डू, नहीं हुई कोई मुलाकात   

वाराणसी के सर्किट हाउस में रात में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात पर ओपी राजभर ने कहा कि शादी का लड्डू सीएम योगी आदित्यनाथ को नहीं खिलाया, जब फिर आएंगे तो बताएंगे कि क्या बातें हुई. सीएम योगी आदित्यनाथ से कोई मुलाकात फिलहाल नहीं हुई है. वाराणसी के सर्किट हाउस में मैं अपने काम से आया था और सीएम योगी आदित्यनाथ अपने काम से आए थे. सुभासपा के नेताओं के द्वारा मुलाकात की बात कहे जाने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उनको भी सूत्रों के हवाले से खबर मिली होगी.जैसे मीडिया अपने सूत्रों के हवाले से खबर चला रही है.मैं सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने की कोशिश क्यों करूंगा.

अखिलेश और मायावती पर ओपी राजभर का आरोप…    

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं पिछले 20 सालों से जिन मुद्दों को लेकर मांग कर रहा हूं.उन मुद्दों पर कोई भी एक भी राजनीतिक पार्टी कायम नहीं है. अखिलेश यादव, मायावती, जयंत चौधरी सोनिया गांधी या नीतीश कुमार जिस दिन एक मंच पर आएंगे. उस दिन वह 2 घंटा पहले हमको बता देंगे. मैं उनसे देश के किसी कोने में पहले उस मंच पर पहुंच जाऊंगा.मैं चाह रहा हूं कि सभी नेताओं का गठबंधन हो.यदि विपक्ष के नेता कहते हैं, कि पिछड़े और दलित के साथ अन्याय हो रहा है,तो यह लोग इकट्ठा क्यों नहीं हो रहे हैं. पिछड़े और दलित के साथ हो रहे अन्याय के जिम्मेदार विपक्ष को ठहराते हुए ओपी राजभर ने कहा कि इसके दुश्मन यही लोग हैं. अखिलेश यादव और मायावती चाहते हैं कि पिछड़े और दलित का हित न हो.

सत्ता में रहने पर भूल जाते है जातीय जनगणना, विपक्ष में आते ही याद आता है मुद्दा  

जातीय जनगणना की मांग विपक्ष के द्वारा किए जाने पर ओपी राजभर ने कहा कि जब यह लोग सत्ता में थे, तब इनको जातीय जनगणना याद नहीं आया और अब विपक्ष में है, तो इनको जाति जनगणना की याद आ रही है. जब बीजेपी विपक्ष में होगी तो उसे भी जातीय जनगणना याद आएगा. आगामी लोकसभा चुनाव में किसी राजनीतिक दल से बात होने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मेरी किसी से कोई बात नहीं चल रही है, जैसे मैं सब से मिलता हूं वैसे ही सभी नेताओं से भी मिलता हूं.

बीजेपी के नेताओं से बढ़ती नजदीकियों पर राजभर की चुटकी

बीजेपी से बढ़ती नजदीकी के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि मेरे घर पर जयंत चौधरी भी आए थे और समाजवादी पार्टी के भी दर्जनभर नेता आए थे। अखिलेश यादव के द्वारा भेजे गए उनके लोग भी मेरे घर पर आए हुए थे। मीडिया को बीजेपी के नेता इसलिए ज्यादा दिखाई देते हैं, जैसे बारात में दूल्हा।

नेता केवल एसी में बैठ करते है ट्वीट, मुद्दो पर नहीं आते साथ    

बेरोजगारी, महंगाई और तमाम मुद्दों पर विपक्ष के द्वारा लगातार सवाल खड़े किए जाने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब देश में कुछ गलत होता है.तो सारे विपक्ष के नेता इकट्ठा होकर सत्ता पक्ष से बात क्यों नहीं करते, कि यह गलत काम हो रहा है. सभी लोग एक साथ बैठ कर जो गलत हो रहा है. उसका निस्तारण तो करते. नेता केवल एसी में बैठकर मोबाइल पर ट्वीट करते हैं.

रिपोर्ट : नीरज जायसवाल, वाराणसी

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