तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के सदस्यों ने मंगलवार को दोनों सदनों से वॉक-आउट (Walk-Out) किया और संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल TRS के संसद यह मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार राज्य से चावल की खरीद करके, देश में इसकी आपूर्ति करे। इस वॉक आउट विरोध के दौरान तेलंगाना सांसदों ने कहा कि वे पूरे शीतकालीन सत्र का बहिष्कार करेंगे।
TRS सांसदों के वॉक-आउट के कुछ ही समय बाद, राज्यसभा की कार्यवाही को मंगलवार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्य सभा के विपक्ष के नेता लगातार 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग कर रहे हैं और चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा किये जा रहे हंगामे के कारण आज फिर से सदन की कार्यवाही स्थगित हुई है।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, सोमवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, “अगर वे (सांसद) आज भी माफी मांगते हैं, तो हम निलंबन वापस लेने के लिए तैयार हैं।” इस शीतकालीन सत्र में पहली बार भाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी पार्टी के नेताओं को चेतावनी दी कि यदि वे संसदीय कार्यवाही को छोड़ना जारी रखते हैं तो उनके नियंत्रण से बाहर “परिवर्तन” होंगे।