नाडेफ टांका पद्धति से कालोनियों और पार्काे में गीला कचरा एवं सूखी पत्तियों से बन रही है जैविक खाद

कोलोनियों, पार्काे और मल्टी आदि स्थानों से बडी मात्रा में निकलने वाले कचरे में से गीले कचरे एवं सूखी पत्तियों की मौके पर जैविक खाद बनाने के लिए नाडेफ टांका बनाए जा रहे हैं।

ग्वालियर: कोलोनियों, पार्काे और मल्टी आदि स्थानों से बडी मात्रा में निकलने वाले कचरे में से गीले कचरे एवं सूखी पत्तियों की मौके पर जैविक खाद बनाने के लिए नाडेफ टांका बनाए जा रहे हैं। उपायुक्त अमरसत्य गुप्ता ने नाडेफ टांकाओं का निरीक्षण किया।

उपायुक्त अमरसत्य गुप्ता ने गोले का मंदिर में महावीर कालोनी में नाडेफ टांका का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पर मौजूद मल्टी के लोगों ने बताया कि वह अपने घरों का गीला कचरा इसी नाडेफ टांका में डालते हैं। इसके बाद बिरला हास्पीटल के हॉस्टल में बने नाडेफ टांका का निरीक्षण किया। साथ ही कांचमील में बने न्यू पार्क का निरीक्षण किया।

इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों ने बताया कि रात के समय यहां पर रोशनी कम होती है। उपायुक्त ने तत्काल पार्क में पर्याप्त मात्रा में रोशनी का प्रबंध करने के निर्देश दिए।

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