
पीलीभीत – आइलेट्स सेंटरों और शो मनी के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े को लेकर पुलिस ने अब सख्त रुख अपना लिया है। पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय सोमवार को पूरनपुर थाने पहुंचकर पूरे मामले की गहन समीक्षा करेंगे, वहीं सोमवार को खुद शिकायतकर्ताओं की सुनवाई करेंगे। इस कार्रवाई से आइलेट्स सेंटर संचालकों और अवैध तरीके से पैसे वसूलने वाले दलालों में हड़कंप मचा हुआ है।
विदेश भेजने के नाम पर लगातार हो रही थी ठगी
यह पहली बार नहीं है जब आइलेट्स सेंटरों द्वारा ठगी का मामला सामने आया है। पूर्व में भी कई बार विदेश भेजने का झांसा देकर युवाओं को फंसाकर लाखों रुपये वसूले गए और बाद में उन्हें धोखा दिया गया। इससे पहले भी पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, पुलिस अब इन धंधा बाजों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है । इधर पुलिस को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद एसपी ने खुद इस मामले की मॉनिटरिंग करने का फैसला लिया है।
क्या है पूरा मामला?
पीलीभीत में पिछले कुछ समय से आइलेट्स और विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ रहे थे। कई युवा छात्रों और अभिभावकों को गुमराह कर कुछ आइलेट्स सेंटर विदेश में पढ़ाई और नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये वसूल रहे थे। और इस तरह आइलेट्स सेंटर ठगी का कारोबार चला रहे थे । साथ ही शो मनी के नाम पर भी बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन की बात सामने आई है।
पुलिस का एक्शन प्लान
पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए । सोमवार को वे खुद थाने में शिकायतकर्ताओं से मिलेंगे और उनकी बात सुनेंगे। इस पूरे मामले में संलिप्त सेंटर संचालकों और दलालों पर कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
ठगी करने वाले आइलेट्स संचालकों की संपत्ति होगी कुर्क,
इधर आइलेट्स और शो मनी की अवैध संपत्ति का ब्यौरा जुटाने में पुलिस की टीम लगी है । अवैध संपत्ति की जानकारी के बारे में कोई भी व्यक्ति सूचना दे सकता है इसके लिए पुलिस ने चार नंबर भी जारी किए गए है । सूचना देने वाले को उचित इनाम दिया जाएगा, साथ ही उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी । दरअसल विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मुकदमे पूरनपुर, घुंघचाई, शहर कोतवाली सहित अन्य थानों में दर्ज कराए गए जिसमे पुलिस अब आरोपियों की संपत्ति कर्क करने की तैयारी कर रही है ।
पीड़ितों का क्या कहना है?
फर्जीवाड़े के शिकार हुए छात्रों और उनके परिजनों का कहना है कि एक पीड़ित छात्र ने बताया:
“हमें अच्छे स्कोर और विदेश भेजने का वादा किया गया था, लेकिन लाखों रुपये देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिल रहा। अब हमें पुलिस से न्याय की उम्मीद है।”