प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि ईज ऑफ लिविंग को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाये, ताकि लोगों के जीवन में सुगमता आये। शहरों का वातावरण स्वच्छ व सुरक्षित हो तथा लोगों को सड़क पर चलने पर किसी प्रकार की असुविधा न हो। शहरवासियों को जाम की समस्या से निजात दिलाना प्राथमिकता में होना चाहिए। जिस भी सड़क पर जाम की समस्या है, सर्वे करके उसे दूर करें।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, नगर आयुक्तों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान जहां सड़क दुर्घटनायें अधिक होती हैं, ऐसे स्थानों को चिन्हित कर तकनीकी सुधार कराया जाये। यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराएं। शहरों में पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाये। सड़क के किनारे अवैध अतिक्रमण, पार्किंग तथा अवैध रूप से संचालित आटो, टैक्सी, बस स्टैण्ड के विरुद्ध विशेष ध्यान देते हुये अभियान चलाकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक मार्गों/सड़कों पर धार्मिक आयोजन न हो। इसके लिये धर्मगुरुओं से सौहार्दपूर्ण वातावरण मे निरन्तर संवाद बनाये रखा जाये। व्यापारियों से संवाद बनाकर यह सुनिश्चित किया जाये कि दुकानदार अपनी दुकान निर्धारित सीमा के भीतर ही लगायें। इसी तरह रेहड़ी, पटरी दुकानदार भी अपने तय स्थान पर ही दुकानें लगायें। ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिये आवश्यकतानुसार होमगार्ड एवं पी0आर0डी0 के जवानों की ट्रैफिक की व्यवस्था के लिये तैनात किया जाये।
मुख्य सचिव ने कहा कि सरकारी कार्यालय स्वच्छ एवं व्यवस्थित दिखें। चौराहों का आवश्यकतानुसार सौन्दर्यीकरण कराया जाये। नगर निकायों में जुड़े नये गांवों में भी साफ-सफाई सहित अन्य नगरीय सुविधायें उपलब्ध करायी जायें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से सुड़क सुरक्षा पर व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। स्कूली बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता में है। स्कूली वाहनों की फिटनेस सही रहे, इसकी सतत निगरानी रखें। फिटनेस गड़बड़ मिले तो सख्त कार्रवाई करें।
वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री देवेन्द्र सिंह चौहान, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव परिवहन श्री एल0वेंकटेश्वर लू0 सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।