गणतंत्र दिवस: राजपथ पर भारत का शक्ति प्रदर्शन, बीएसएफ की ‘सीमा भवानी’ दस्ते ने दिखाया हैरतंगेज करतब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 73वें गणतंत्र दिवस परेड की आधिकारिक शुरुआत की सबसे पहले उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पीएम मोदी ने राष्ट्र की रक्षा में वीरों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान की याद में दो मिनट का मौन रखा और स्मारक की आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किए।

गणतंत्र दिवस परेड में चार Mi-17V5 हेलीकॉप्टर ने वाइनग्लास फॉर्मेशन में आकाश से पुष्पावर्षा की. इसके बाद सेंचुरियन टैंक, पीटी-76, एमबीटी अर्जुन एमके-आई और एपीसी पुखराज के दस्ते ने भी परेड में भाग लिया।

राष्ट्रपति के बेड़े के विशेष घोड़े ‘विराट’ (Horse Virat) को प्रेजिडेंट्स बॉडीगार्ड के चार्जर के तौर पर भारतीय सेना ने विशेष सम्मान दिया है। राष्ट्रपति के अंगरक्षक बेड़े में शामिल यह घोड़ा आज रिटायर हो गया है. विराट को भारत के पूर्व राष्ट्रपतियों के साथ-साथ वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को औपचारिक परेड में अनुग्रह और गरिमा के साथ ले जाने का गौरव प्राप्त है।

राजपथ पर परेड में सबसे पहले पीटी-76 और सेंचुरियन टैंक आएंगे जिन्होनें 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना की धज्जियां उड़ा दी थी. विंटेज मिलिट्री हार्डवेयर के अलावा आधुनिक अर्जुन टैंक, बीएमपी-2, धनुष तोप, आकाश मिसाइल सिस्टम, सवत्र ब्रिज, टाइगर कैट मिसाइल और तरंग इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर सिस्टम सहित कुल 16 मैकेनाइज्ड कॉलम परेड में शामिल रहे।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में DRDO की सामरिक शक्ति का प्रदर्शन किया। इसमें DRDO ने पनडुब्बी के लिए एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन सिस्टम तक्नीक दिखाई है।

परेड में मेघालय की झांकी दिखाई गई। इस झांकी में एक महिला को बांस की टोकरी और कई बांस के उत्पादों को बुनते हुए दिखाया गया है। हरियाणा की झांकी में खासतौर पर खेलों पर फोकस किया गया है. ये दर्शाया गया है कि हाल ही में हुए टोक्यो ओलंपिक और पेरालंपिक में किस तरह हरियाणा के खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाया. इस झांकी में नीरज चोपड़ा का भाला फेंकते हुए प्रारूप देखने को मिलेगा, तो वहीं राज्य के 10 ओलंपियन इस झांकी का हिस्सा होंगे. झांकी की शुरुआत महाभारत के विजय रथ से की गई है।

आजादी के 75 साल पूरा होने का जश्न मनाने के लिए अमृत फॉरमेशन तैयार किया गया। फ्लाईपास्ट में “अमृत” फॉर्मेशन सत्रह जगुआर लड़ाकू विमानों के साथ तैयार किया गया।

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