सेवा सुरक्षा बन्धुत्व का संकल्प लिए जवानों की ठंड में तपस्या, भारत माँ के इन सपूतों का एकमात्र लक्ष्य देश की सुरक्षा

इस कड़ाके के ठंड और घने कोहरे के बीच में रात 12 बजे के वक्त भारत नेपाल के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एसएसबी के जाबांज जवान पेट्रोलिंग करते हुए नजर आ रहे हैं जिससे इस ठंड भरी रात में हम चैन की नींद सो सके।

उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड लगातार जारी है। जहां एक तरफ लोग ठंड से बचाव के लिए कई उपाय कर रहे हैं तो वही दूसरी तरफ भारत नेपाल के सीमा पर एसएसबी के जवान पूरे मुस्तैदी से ड्यूटी करते नजर आ रहे हैं। इस कड़ाके के ठंड और घने कोहरे के बीच में रात 12 बजे के वक्त भारत नेपाल के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एसएसबी के जाबांज जवान पेट्रोलिंग करते हुए नजर आ रहे हैं जिससे इस ठंड भरी रात में हम चैन की नींद सो सके।

उत्तर प्रदेश की महाराजगंज जनपद के भारत नेपाल की 84 किलोमीटर की सीमा पूरी तरह से खुली है। इस बॉर्डर पर 2001 से एसएसबी को तैनात कर दिया गया था । तभी से भारत नेपाल के सीमा पर एसएसबी के जवान पूरी तरह से मुस्तैद रहते हैं। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और पारा दिन पर दिन गिरते जा रहा है। इस कड़ाके की ठंड में लोग अलाव के साथ-साथ तमाम तरह के उपाय करते हुए नजर आ रहे हैं।

लेकिन घने कोहरे के बीच इस कड़कड़ाते ठंड में भारत-नेपाल की सीमा पर एसएसबी के जवान पेट्रोलिंग करते हुए नजर आ रहे हैं। एसएसबी के जवान भारत नेपाल के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दिन के साथ-साथ रात में भी पेट्रोलिंग करते हैं जिससे कोई भी देश विरोधी ताकत भारत में प्रवेश ना कर सके। पेट्रोलिंग करने वाले जवानों का कहना है कि जब से मोदी सरकार आई है तब से उन्हें इस कड़ाके की ठंड में कई सुविधाएं भी मिली हैं जिससे वह आसानी से इस कड़ाके की ठंड में ड्यूटी कर रहे हैं।

भारत समाचार से खास बातचीत में जवानों ने बताया कि 26 जनवरी को लेकर भी एसएसबी के जवान पूरी तरह से अलर्ट है और दिन के साथ-साथ रात में भी पेट्रोलिंग कर रहे हैं। एसएसबी जवानों का कहना है कि उन्हें हर तरह की परिस्थितियों का सामना करने की ट्रेनिंग दी जाती है चाहे सर्दी हो बारिश हो आंधी हो सीमा की सुरक्षा करने के लिए वह हमेशा मुस्तैद रहते हैं ताकि देशवासी आराम से सो पाएं । जवानों ने बताया कि इस कड़कड़ाते हुए ठंड में धुंध बहुत रहता है लेकिन वह लगातार पेट्रोलिंग करते रहते हैं ।

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