तालिबान का क्रूर चेहरा फिर बेनकाब, भारी भीड़ के सामने 3 महिलाओं-9 पुरुषों को उतारा मौत के घाट…

इस वीभत्स एवं क्रूर सजा को दिखाने के लिए तालिबान ने काबुल के दक्षिण में स्थित लोगार के पुल आलम शहर के स्टेडियम को बुक किया था. इस हिंसक कार्यक्रम में "कथित माननीय विद्वानों, मुजाहिदीन, बुजुर्गों, आदिवासी नेताओं और स्थानीय लोगों" को आमंत्रित किया था. ये आमंत्रण सोशल मीडिया के जरिए सुबह 9 बजे के क्रूर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिए गए थे.

तालिबान ने बुधवार को एक प्रांतीय खेल स्टेडियम में सैकड़ों दर्शकों के सामने तीन महिलाओं और नौ पुरुषों की हत्या कर दी. 1990 के दशक में ही तालिबानी शासन की एक पहचान रही उनकी क्रूरता का एक बार फिर से वीभत्स चेहरा दुनिया के सामने आ चूका है.

काबुल के दक्षिण में स्थित लोगार प्रांत के गवर्नर के कार्यालय ने लोगार के पुल आलम शहर के स्टेडियम में “कथित माननीय विद्वानों, मुजाहिदीन, बुजुर्गों, आदिवासी नेताओं और स्थानीय लोगों” को इस वीभत्स एवं क्रूर सजा को दिखाने के लिए आमंत्रित किया था. ये आमंत्रण सोशल मीडिया के जरिए सुबह 9 बजे के क्रूर कार्यक्रम के लिए दिए गए थे.

तालिबान की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया इस अमानवीय कृत्य को देखने के लिए सैकड़ों लोग शामिल हुए. इस दुर्दांत कृत्य का फोटो और वीडियो लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. तालिबान के इस क्रूर अभ्यास दोबारा से बहाली ने इस्लामी कानून, या शरिया की अपनी सख्त व्याख्या पर टिके रहने के तालिबान के इरादे को रेखांकित किया है.

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