प्रयागराज- उमेश पाल की हत्या को लेकर पुलिस रोज नए खुलासे कर रही है. हत्याकांड से जुड़ी कुछ और अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार उमेश पाल हत्याकांड की साजिश आईफोन के फेसटाइम ऐप पर रची गई थी. जेल में बंद अतीक और अशरफ ऑनलाइन माध्यम से अपने गुर्गों के साथ जुड़े थे.
उमेश की हत्या से ठीक पहले शूटरों ने अतीक और अशरफ से बात की थी. दोनों माफियाओं ने अपने शूटरों को गाइ़ड भी किया. एसटीएफ और क्राइम ब्रांच को यह अहम जानकारी मिली है. प्राप्त जानकारी के आधार पर एसटीएफ आगे की कार्रवाई बढ़ा रही है. माफिया और उसके गुर्गों को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए पीडीए इनकी संपत्ति को चिन्हित कर बुलडोजर चला रहा है.