गाज़ियाबाद : चलती कार में बेहोश हुआ चालक, फरिश्ता बनकर पहुँचे ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने CPR देकर बचाई जान..

गाज़ियाबाद : ट्रैफिक पुलिस में तैनात एक सिपाही एक कार चालक के लिए फरिश्ता साबित हुआ है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के चिपियाना रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण स्थल पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात थे। तभी दिल्ली की तरफ से आ रही कार अचानक बीच सड़क पर रुक गयी। ट्रैफिक पुलिस में तैनात हेड कांस्टेबल यशपाल सिंह मौके पर पहुँचे तो उन्होंने ड्राइवर को बेहोशी की हालत में ड्राइविंग सीट पर पड़े हुए देखा। कार खोलकर झट छाती पर हाथों से दबाव देकर (CPR) चालक को होश में लाया गया। इसके साथ ही ड्यूटी पर तैनात दूसरे साथियों ने NHAI द्वारा संचालित एम्बुलेंस को बुलाकर पास के ही कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल में एडमिट कराया दिया। अस्पताल समय से पहुँचाकर ड्राइवर की जान बचाई जा सकी।

कार चालक को एम्बुलेंस में अस्पताल भेजते हेड कांस्टेबल यशपाल सिंह

दिल का दौरा पड़ने की आशंका, डॉक्टर बोले नही मिलता प्राथमिक उपचार तो जा सकती थी जान।

गाज़ियाबाद के विजयनगर के रहने वाले तरुण कुमार किसी कार्य से अपनी कार को ड्राइव कर जा रहे थे, तभी कार चलाते हुए उनकी तबियत बिगड़ गयी और चलती कार में बेहोश हो गए। आशंका जाहिर की जा रही है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। गनीमत रही कि जिस जगह वो कार में बेहोश हुए वहाँ चिपियाना आरओबी के निर्माण के कारण ट्रैफिक सुचारू करने के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती रहती है।

एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि हेड कांस्टेबल यशलाल ने पहुँच कर त्वरित तरीके से प्राथमिक उपचार (सीपीआर) दिया। जिससे उसकी जान बच गई। पुलिसकर्मियों को प्राथमिक उपचार और CPR की भी ट्रेनिंग दी जाती हैं। ऐसे में हेड कांस्टेबल यशपाल सिंह ने बिना समय गवाएं तरुण को उपचार (CPR)दिया, जिससे उसकी जान बचाई जा सकी। आम जन में पुलिस की इस तत्परता से जान बचाने की कार्यवाई को देखकर प्रशंसा की है। परिवार के लोग ट्रैफिक पुलिसकर्मी यशपाल सिंह और ड्यूटी पर तैनात उनके साथी सुंदर सिंह और अमित शर्मा के शुक्रगुजार है।

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