
नई दिल्ली, केन्द्रीय खाद्य सचिव अरुण सिंघल ने शनिवार को बताया कि भारत में खाद्य आवश्यकता को पूरा करने के लिए हमारे पास पर्याप्त भंडारण है, क्योंकि भारत उर्वरक व खाद्य के लिए किसी भी एक देश पर निर्भर नहीं है और यदि किसी भी प्रकार की कमी की स्थिति पैदा होती है तो हमारे पास जरूरी उपाय है।
उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे रबी की फसल को बोने का समय नजदीक आ रहा है, खाद्य व उर्वरक की मांग भी तेजी से
बढ़ेगी, देश को प्रति-वर्ष 650 लाख मेट्रिक टन (LMT) खाद्य की आवश्यकता होती है, जिसमें लगभग 2 लाख मेट्रिक टन प्रतिदिन उपयोग होता है। हालांकि अपने पीक सीजन में यह प्रतिदिन 4 एल एम टी पहुँच जाती है।
केन्द्रीय खाद्य सचिव अरुण सिंघल “एकिकृत उर्वरक प्रबंधन प्रणाली” का प्रयोग करते है जिसमें खाद्य व उर्वरक की उपलब्धता व संचय को मॉनिटर करने के लिए एक इन-हाउस सॉफ्टवेयर होता है। सचिव अरुण ने आगे बताया कि यूक्रेन-रशिया संघर्ष के चलते फर्टीलाइजर व इसके कम्पोनेन्ट के मूल्य में वृध्दि हुई और फर्टीलाइजर सप्लाई चेन भी बाधित हुई है।