
कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक, जो जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद शुरू करने वाले पहले आतंकवादियों में से एक है, बुधवार को उसकी टेरर फंडिंग मामले में सजा का एलान हो गया। और यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही उस पर 10 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।
वहीं यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई जाने के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शहीद अपरीदी उनके समर्थन नें उतर आये है और उन्होने ट्वीट कर लिखा, “अपने ज़बरदस्त मानवाधिकार हनन के खिलाफ आलोचनात्मक आवाज़ों को चुप कराने के भारत के निरंतर प्रयास निरर्थक हैं। #YasinMalik के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप #कश्मीर की आजादी के संघर्ष को रोक नहीं पाएंगे। कश्मीर के नेताओं के खिलाफ अनुचित और अवैध ट्रेल्स का नोटिस लेने के लिए यूएन से अपील करता हूं कि वह इस मामले पर संज्ञान लें।“
बता दे कि आतंकवाद और अलगाववादी गतिविधियों से संबंधित 2017 के एक मामले के संबंध में यासीन मलिक को दोषी ठहराया गया था। बुधवार को कार्यवाही के दौरान एनआईए ने मलिक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। सुनवाई के दौरान मौजूद एक वकील के अनुसार मलिक के वकील ने दावा किया
जेकेएलएफ प्रमुख ने 28 साल पहले हिंसा से किनारा कर लिया था और इस दौरान किसी भी तरह के हिंसक तरीके में शामिल नहीं हुए। जबकि यासीन मलिक ने कहा, कोर्ट जो चाहे वो सजा दे। बता दे कि इसी महीने देशद्रोह के दोषी यासीन मलिक ने अपने गुनाहों को कबूल किया था।