
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ही दिन में दो बंदियों के पुलिस कस्टडी से फरार होने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों घटनाएं सोमवार को घटीं – एक KGMU अस्पताल से और दूसरी वजीरगंज कोर्ट से।
लखनऊ-एक ही दिन में 2 बंदी पुलिस कस्टडी से फरार हुए, KGMU से अंडर ट्रायल कैदी पुलिस कस्टडी से फरार
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) June 19, 2025
पीलीभीत जेल से लाकर KGMU में भर्ती किया गया था, वजीरगंज कचहरी से दहेज प्रताड़ना का आरोपी भागा
वजीरगंज थाना और चौक कोतवाली में FIR दर्ज की गई, दोनों बंदियों की तलाश में पुलिस टीमों… pic.twitter.com/AeTRA8z9Jv
KGMU से कैदी फरार
पहली घटना में पीलीभीत जेल से इलाज के लिए लाए गए एक अंडर ट्रायल कैदी ने KGMU अस्पताल से भागने में सफलता पा ली। उसे इलाज के नाम पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
वजीरगंज कोर्ट से भी भागा आरोपी
दूसरी घटना वजीरगंज कचहरी की है, जहां दहेज प्रताड़ना के आरोपी को पेशी पर लाया गया था। लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते वह भी मौके से फरार हो गया।
इन दोनों मामलों में वजीरगंज थाना और चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस की कई टीमें फरार बंदियों की तलाश में लगाई गई हैं, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है।
सवाल उठते हैं…
बंदियों की निगरानी में तैनात पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे?
अस्पताल और कोर्ट जैसी सुरक्षित जगहों से आरोपी कैसे फरार हो जाते हैं?
क्या यूपी पुलिस की व्यवस्था इतनी ढीली हो गई है?
इन घटनाओं ने राज्य की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं