
यूपी विधानसभा के आगामी चुनावों को लेकर तमाम राजनैतिक पार्टियों ने सियासी ताल ठोकना शुरू कर दिया है। चुनावी रणनीतियों में लगातार प्रक्रियाएं आगे बढ़ रही हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी भी अपनी रणनीतियों को साधने की कवायद में जुट गयी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी भी चुनाव के परिणामों को अपने पक्ष में करने की कवायद में जुटी हुई है।
खबर आई है कि अखिलेश यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की है। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं की चाचा और भतीजे के बीच अगस्त 2016 में शुरू हुए मतभेद अब समाप्त हो सकते हैं और यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में दोनों नेताओं की पार्टियां अब साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं।
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— भारत समाचार (@bstvlive) December 16, 2021
➡शिवपाल के घर बंद कमरे में अखिलेश की वार्ता
➡अखिलेश और शिवपाल के बीच मीटिंग
➡चाचा शिवपाल के घर पहुंचे अखिलेश यादव
➡कमरा बंद है बात अकेले चल रही है
➡लंबे समय के बाद चाचा-भतीजे में मुलाकात
➡शिवपाल और उनके परिवार ने अखिलेश का स्वागत किया। pic.twitter.com/u4XUPIjewu
बता दें कि गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शिवपाल के घर पहुंचे और दोनों के बीच बंद कमरे में घंटों वार्ता हुई। चुनावी पंडितों का मानना है कि अब दोनों परिवारों के बीच लम्बे समय से व्याप्त मतभेद समाप्त होंगे और सपा-प्रसपा के बीच जल्द ही गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो सकता है। अखिलेश यादव जब शिवपाल यादव के घर पहुंचे तो चाचा ने अपने भतीजे का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों की यह मुलाकात काफी लंबे अंतराल बाद हो रही है ऐसे में एक बदली हुई सियासी गणित स्वाभाविक रूप से चुनाव में देखने को मिल सकती है।