UP BJP List : 2024 की धूरी साधने के लिए यूपी बीजेपी तैयार, युवा चेहरों को तरजीह, जातिगत समीकरणों का भी रखा ध्यान!

यूपी बीजेपी की सूची में जिन नामों को जगह दी गई है, इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा अपने तय नियमों के मुताबिक ही पार्टी से जुड़े फैसले लेती है. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की नई टीम में एक तरफ जहां युवा चेहरों पर फोकस रखा गया है, वहीं दूसरी तरफ कई पुराने चेहरों को भी अभी बरकरार रखा गया है.

साल 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर यूपी बीजेपी ने मोर्चाबंदी शुरु कर दी है. नरेंद्र मोदी के विजयी रथ को मिशन 2024 के लिए आगे बढ़ाने हेतु महारथियों की घोषणा हो चुकी है. बीते शनिवार को यूपी बीजेपी ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया. बीते कई सप्ताह से यूपी बीजेपी की नई टीम के गठन की कवायद चल रही थी. अभी पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष पदाधिकारियों से मुलाकात की थी. तभी ये कयास लगाए जा रहे थे की संगठनात्मक स्तर पर जल्द ही बीजेपी में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे.

यूपी बीजेपी की सूची में जिन नामों को जगह दी गई है, इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा अपने तय नियमों के मुताबिक ही पार्टी से जुड़े फैसले लेती है. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की नई टीम में एक तरफ जहां युवा चेहरों पर फोकस रखा गया है, वहीं दूसरी तरफ कई पुराने चेहरों को भी अभी बरकरार रखा गया है. हालांकि, योगी सरकार में मंत्री बने कई चेहरों को यूपी बीजेपी की लिस्ट से ड्रॉप किया गया है. राजनिती के जानकारों का मानना है कि बीजेपी ने यहां ‘एक व्यक्ति एक पद’ के सिद्धांत को लागु किया है. गौर करने वाली बात ये भी है कि यूपी बीजेपी ने प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौड़, प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद कुमार शर्मा, प्रदेश मंत्री दयाशंकर सिंह को नई टीम में ड्रॉप कर दिया है.

संगठन महामंत्रियों की सूची में हुए ये बड़े बदलाव

साल 2024 में कन्नौज की सीट बेहद अहम और हाईप्रोफाईल होने वाली है. शायद यही वजह है कि यूपी बीजेपी ने कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक को संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं दी है. इसके अलावा 2024 के लोकसभा चुनावों पर नजर टिकाए बीजेपी की शनिवार देर रात जारी लिस्ट में 7 संगठन महामंत्रियों के नामों की घोषणा की गई है. महामंत्री पद पर पहले से काबिज दिग्गजों पर पार्टी ने एक बार फिर से भरोसा जताया है. यूपी बीजेपी में महामंत्री रहे प्रियंका सिंह रावत, अमरपाल मौर्य, गोविंद नारायण शुक्ला और अनूप गुप्ता को एक बार फिर संगठन के लिए काम करने का मौका दिया गया है.

यादव चेहरे को बनाया महामंत्री

यूपी बीजेपी ने युवा मोर्चे के पूर्व अध्यक्ष और एमएलसी सुभाष यदुवंश का नाम महामंत्री के पद के लिए घोषित किया है. सुभाष यदुवंश बीजेपी के दिग्गज चेहरों में से एक हैं. ये मौजूदा टीम में संगठन के लिए बतौर प्रदेश मंत्री के रुप में कार्यरत थे. सियासत के जानकारों की माने तो सुभाष यदुवंश को संगठन में अहम पद देकर बीजेपी ने मास्टर स्ट्रोक चाल चली है. बीजेपी 2024 लोकसभा चुनावों के लिहाज से ये साफ संदेश देना चाहती है कि जातिगत मोर्चे पर यादव समाज के साथ भी बीजेपी डटी हुई है. वहीं इसे सपा के वोटों में सेंधमारी के कोशिशों के रुप में भी देखा जा रहा है.

क्षेत्रीय टीम में बड़े बदलाव

क्षेत्रीय टीम का नेतृत्व करने के लिहाज से यूपी बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत कई नए चेहरों को भी मौका दिया है. क्षेत्रीय मोर्चे पर बीजेपी ने किसी भी अध्यक्ष को दोबारा मौका नहीं दिया है. हालांकि उपाध्यक्षों की बात करें तो उनके क्षेत्रों में परिवर्तन किया गया है. मौजूदा टीम में उपाध्यक्ष रहे प्रकाश पाल को कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र का क्षेत्रीय अध्यक्ष बना दिया गया है. वहीं काशी क्षेत्र के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दिलीप पटेल को दे दी गई है. वहीं अवध क्षेत्र की कमान युवा मोर्चा की टीम में महामंत्री रहे कमलेश मिश्रा को सौंपी गई है.

भाजपा ने की सभी जातियों को साधने की कोशिश

केंद्र में सरकार के गठन के लिहाज से भाजपा हर एक जाति को साधने की कोशिश कर रही है. इस रणनिती के मुताबिक ही यूपी बीजेपी की सूची का स्वरुप देखने को मिला है. जातिगत मोर्चे पर बीजेपी बेहद संतुलित नजर आती है. एक ब्राह्मण, एक ठाकुर और एक भूमिहार को क्षेत्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी देने के साथ ही भाजपा ने 1 कुर्मी, 1 शाक्य, 1 पाल और 1 गडरिया समुदाय के चेहरे को क्षेत्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है.

Related Articles

Back to top button