
लखनऊ. योगी सरकार को पूर्ण बहुमत के साथ जनता ने दोबारा सरकार में चुना है, इसलिए सरकार उनकी सभी कसौटी पर खरा उतरना चाहती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा से कहते आए हैं कि ये जनता की सरकार है, जनता के लिए सरकार है। ऐसे में सीएम योगी ने अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि प्रदेश की जनता के हितों के लिए न कहीं अनदेखी होनी चाहिए और ना ही कोई फाइल रुकनी चाहिए। वक्त पर सभी काम हो और निरंतर एजेंडे और कार्य की समीक्षा होगी।
योगी सरकार की ओर से सभी जिलाधिकारियों और प्रमुख सचिवों को निर्देश दिए गए हैं कि कानून व्यवस्था और जन जन तक पहुंचाई जाने वाली लोक कल्याणकारी योजनाओं में कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इसके लिए बाकायदा ग्रामीण स्तर पर जिला प्रशासन और अन्य जिम्मेदार महकमे के लोगों की पूरी कमेटियां बनाई गई है।जिनकी जिम्मेदारी गांव के छोटे-छोटे इलाकों तक में कानून व्यवस्था और लोक कल्याणकारी योजनाओं की बारे में न सिर्फ फीडबैक लेकर उसको पूरा करना है, बल्कि उनकी समस्याओं का निदान की ग्रामीण स्तर पर करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत के बाद योगी सरकार 2.0 की जिम्मेदारियां भी ज्यादा बढ़ गई हैं। क्योंकि आज तक कोई भी पार्टी यूपी में दोबारा सत्ता वापसी नहीं कर पाई। ये इतिहास को योगी ने रच दिया है।बीजेपी गठबंधन को 403 सीटों में 273 सीटें हासिल की है।तीन दशकों में पहली बार किसी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीता है।