लोकसभा चुनाव के में जीत के लिए अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपनी कमर कस ली है। इस बीच समाजवादी पार्टी की तरफ से बदायूं लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल की बात मानते हुए अपने चचेरे भाई और शिवपाल के पुत्र आदित्य यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, इस सीट को लेकर पहले विवाद बना हुआ था। मगर 14 अप्रैल को यह तय हो गया कि आदित्य यादव इस सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। खबर है कि 15 अप्रैल की दोपहर 2 बजे करीब आदित्य यादव अपना नामांकन दाखिल करेंगे। मगर आदित्य यादव का इतिहास क्या है ?क्या पहले से राजनीति में सक्रिय थे और क्या वो अपने पिता और पार्टी के तरफ से दी गई जिम्मेदारी को निभा पाएंगे…? इन्हीं सवालों का सबको जवाब चाहिए तो चलिए आपको इन सभी सवालों का जवाब दे देते हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होनी है। इस चरण में यूपी की दस लोकसभा सीटों पर मतदान किए जाएंगे। इन सीटों में संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली जैसी हॉट सीटें शामिल है। इस बीच तीसरे चरण में यूपी की 10 सीटों में से एक लोकसभा सीट ऐसी है जिसपर लड़ाई बेहद दिलचस्प होती नजर आ रही है।
हम यहां बात कर रहे हैं बदांयू लोकसभा सीट की। इस सीट से सपा के तरफ से सपा के तरफ से मोर्चा मुलायम सिंह यादव के परिवार से ही जुड़ा सदस्य संभाल रहा है। हालांकि यहां से समाजवादी पार्टी को पिछले दो चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। मगर इन सबके बावजूद इस बार यहां से सपा ने शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है और यह आदित्य यादव का पहला लोकसभा चुनाव है। जहां से उनका मुकाबला बीजेपी के दुर्विजय सिंह शाक्य और बसपा के मुस्लिम खां से होना है।
35 साल के आदित्य ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वो को-ऑपरेटिव ऑर्गनाइजेशन IFFCO के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में से एक हैं। साथी ही आदित्य इफको के सबसे युवा डायरेक्ट भी हैं। अब अगर बात करें सियासत से ुबके जुड़ाव का तो आदित्य यादव अब तक सक्रिय राजनीति से दूर थे। हालांकि पिता शिवपाल यादव के लिए वो अक्सर चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार करते नजर आ जाते थें। ऐसा माना जाता है कि अपने पिता से ही उन्होंने राजनीति के गुण सीखे और अब जाकर उनकी एंट्री एक्टिव पॉलिटिक्स में हो रही है।
आदित्य पहली बार तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने राजघराने की बेटी राजलक्ष्मी सिंह से शादी कर ली थी। राजलक्ष्मी राजपूताना मैहर स्टेट की राजकुमारी रह चुकी हैं। उनके पिता का नाम संजय सिंह और मां का नाम शारदा कुंवर सिंह है। आदित्य यादव की पत्नी राजलक्ष्मी के नाना राजा कुंवर नारायण सिंह जूदेव बी 3 बार विधायक रह चुके हैं। कहा जाता है कि मैहर में प्रसिद्ध शारदा देवी के मंदिर का जीर्णोद्धार भी इसी परिवार के द्वारा करवाया गया था। राजलक्ष्मी सिंह ने अपनी पढ़ाई लखनऊ यूनिवर्सिटी से की है, जहां स उन्होंने एमए की डिग्री ली है।