
शनिवार को आगरा पुलिस ने साइबर फ्रॉड के अंतर्राष्ट्रीय मामले का खुलासा किया. आगरा की सिकंदरा पुलिस, स्वाट और सर्विलांस ने कार्रवाई करते हुए फोन कॉल के जरिए USA के लोगों से फ्रॉड करने वाले एक गैंग का पर्दाफास किया है. पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार गैंग फर्जी कॉल सेंटर चलाता था. जिसके जरिए वो साईबर ठगी को अंजाम देता था.
गिरफ्तार गैंग भारत में बैठकर अमेरिकी लोगों के साथ साईबर ठगी करता था. कॉल सेंटर के माध्यम से वॉईस काल के जरिए अमेरिकी नागरिकों को बेवकूफ बनाकर ये गैंग बहुत शातिर तरीके से साईबर ठगी को अंजाम देता था. पुलिस ने बताया कि यह गैंग अमेरिकी नागरिकों को कॉल किया करते थे और उनसे उन्ही की भाषा में बात करते थे. गैंग के सदस्य कॉल पर खुद का फर्जी नाम बताते हुए अमेरिकी नागरिकों से उनका डाटा ले लेते थे.
ऐसे करते थे ठगी
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, गैंग के सदस्य सबसे पहले वॉईस कॉल के जरिए अमेरिकी नागरिकों से उनका डाटा लेते थे. जिसमें वहां के गवर्नमेंट आईडी के अंतिम चार अंक, खाता संख्या और नेट बैंकिग का यूजरनेम शामिल होता था. इसके बाद इन डिटेल्स का उपयोग करते हुए वो विक्टीम का बैंक स्टेटमेंट निकलवाते थे. जिसमें मोटी रकम का लेनदेन चैक करने के बाद कस्टमर केयर से ये क्लेम करते थे कि फलां लेनदेन फर्जी तरीके से हुआ है. शिकायत मिलने पर बैंक ग्राहक के उस खाते को फ्रिज कर देता था और दावे की रकम ग्राहक के किसी अन्य बैंक खाते में भेज दिया करता था.
पुलिस ने बताया कि इसके बाद गिरफ्तार साईबर ठग दोबारा नागरिकों को कॉल करके जानकारी देते थे कि फलां रकम उनके खाते में डलवाई गई है, जिसका इस्तेमाल वो किसी विशेष काम के लिए ही कर सकते हैं. इसके बाद वो विक्टीम के जरिए ही गिफ्ट कार्ड परचेज करा के नंबर और पासवर्ड के जरिए रकम को अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया करते थे.
महीने के तीस लाख का करते थे फ्राड
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, फर्जी कॉल सेंटर के जरिए, ठगों का गैंग प्रतिदिन लगभग 1 लाख रुपयों की ठगी किया करता था. पुलिस ने बताया कि 2021 से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर का फर्जीवाड़ा चल रहा था. इस नेक्सस में अमेरिका के भी कुछ ठग शामिल थे जो बिट कॉइन के माध्यम से अमेरिकियों से पैसा ठगा करते थे.
USA एंबेसी को दी गई सूचना
इस गिरफ्तारी की सूचना आगरा पुलिस की तरफ से USA एंबेसी को दे दी गई है. साथ ही पूरे मामले से एंबेसी के अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है. इस मामले में पुलिस ने सात शातिरों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा मौके से पुलिस ने 6 डेस्कटॉप, 3 लैपटॉप, 6 हार्ड डिस्क, कई मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं.