यूपी पुलिस के सिपाही ने 14 लाख की रकम के लिए सौतेले भाई और भतीजे की गोली मारकर की हत्या, शामली पुलिस ने 4 घंटे में खोला केस

बताया जाता है कि भूपेंद्र के करीबी ताल्लुकात उत्तर प्रदेश के एक नौकरशाह से हैं. इसी नौकरशाह के जरिए उसने विक्रांत से उसके परिचित की नौकरी लगवाने का वायदा किया था और इसके बदले में 14 लाख रुपये की पेशगी ली थी लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी नौकरी नहीं लग पाई तो विक्रांत ने पैसा वापस मांगना शुरू किया. मगर भूपेंद्र पैसा नहीं दे पाया. विक्रांत अब फैसले के मूड में था.

शामली के सल्फा गांव में पिता पुत्र की बेरहमी से गोली मारकर आज शाम हत्या कर दी गई. दोनों की लाश जंगल में पड़ी हुई मिली. पुलिस ने 4 घंटे के अंदर पूरे केस का खुलासा करते हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी और यूपी पुलिस के सिपाही को गिरफ्तार किया है. आरोपी सिपाही के बाकी साथियों की तलाश की जा रही है. दोहरे हत्याकांड की वजह मृतक और आरोपी के बीच 14 लाख रुपए के लेनदेन का विवाद है.

मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके में सैनिक विहार कॉलोनी की निवासी श्रीमती सुरेश ने पुलिस को सूचना दी कि उनके बेटे भूपेंद्र और पोते अर्जुन को शामली के मखमूलपुर में बंधक बना लिया गया है. बंधक बनाने वाला यूपी पुलिस का सिपाही और उनके पति का सौतेला बेटा विक्रांत है. शामली पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए जब विक्रांत से बात की तो उसने बंधक बनाए गए भूपेंद्र और अर्जुन को कांधला थाने लाने की बात कही. लेकिन कुछ देर बाद भूपेंद्र और अर्जुन की लाश शामली के सल्फा गांव के जंगल में मिली.

लाश की शिनाख्त के बाद पुलिस ने विक्रांत को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की. पूछताछ में पता चला है कि भूपेंद्र और विक्रांत अपने पिता विजेंद्र के सौतेले बेटे हैं. कुछ समय पहले भूपेंद्र ने विक्रांत से किसी की नौकरी लगवाने के नाम पर 14 लाख रुपए लिए थे. नौकरी नहीं लग सकी लेकिन वह पैसा भूपेंद्र ने अभी तक वापस नहीं किया था. आज विक्रांत अपने दो साथी अर्जुन और मोनू को लेकर कंकरखेड़ा की सैनिक विहार कॉलोनी पहुंचा था. यहां से वह भूपेंद्र उसके बेटे अर्जुन और सौतेली मां श्रीमती सुरेश को गाड़ी में बिठा कर मखमूदपुर ले आया.

SP शामली सुकीर्ति माधव

विक्रांत ने यहां भूपेंद्र और उसके बेटे को बंधक बना लिया और श्रीमती सुरेश को यह कहकर मेरठ भेजा कि वह 14 लाख रुपये का इंतजाम करके वापस आए. लेकिन श्रीमती सुरेश में पुलिस को इस पूरे मामले की सूचना कर दी. बताया जाता है कि शामली पुलिस से हुई बातचीत के बाद विक्रांत और उसके साथियों ने उस गाड़ी में ही भूपेंद्र और उसके बेटे अर्जुन की गोली मारकर हत्या कर दी जिसमें दोनों को बंधक बनाकर रखा गया था.

बाद में विक्रांत ने दोनों की लाश को सल्फा गांव के जंगल में फेंक दिया और साथियों समेत फरार हो गया. विक्रांत उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही है और नोएडा में तैनात है. उसके बारे में जानकारी होने पर शामली पुलिस ने किसी तरह उसे अपने कब्जे में लिया. तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हो सका है. पुलिस इस वारदात में शामिल विक्रांत के साथी अर्जुन और मोनू के अलावा विक्रांत के कुछ परिजनों की भी तलाश कर रही है. फिलहाल सभी फरार है.

Report- Ravi Sulaniya

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