Uttarakhand : पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति, सरकरी कार्यालय पर करेंगे तालाबंदी

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत लगातार प्रदेश की धामी सरकार पर हमलावार हैं. एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रदेश की धामी सरकार को घेरने का प्लान बना रहे है इसके लिए उन्होंने जगह और तिथि का निर्धारण कर लिया है.

Desk : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत लगातार प्रदेश की धामी सरकार पर हमलावार हैं. एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रदेश की धामी सरकार को घेरने का प्लान बना रहे है इसके लिए उन्होंने जगह और तिथि का निर्धारण कर लिया है.

पूर्व सीएम हरीश रावत 14 जुलाई को ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण पहुंचेंगे. यहां पहुंच वे सांकेतिक रूप से एक सरकारी कार्यालय पर तालाबंदी करेंगे. हरीश ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.

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Indian National Congress के वरिष्ठ नेता श्री Rahul Gandhi जी और कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती #SoniaGandhi जी को जो ईडी का नोटिस आया है, इसको कांग्रेस का कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेगा, उसके विरोध में आज दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय से ED दफ्तर तक “#सत्यमेव_जयते” शांतिपूर्ण मार्च निकाला गया, लेकिन जिस तरह कांग्रेस पार्टी के शांतिपूर्ण मार्च को रोका जा रहा है, यह तानाशाही पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस मुख्यालय की घेराबंदी कर दी गयी है, चारों तरफ पुलिस लगा दी गयी है, नेता-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया Harish Rawat (@harishrawatcmuk) 13 June 2022

गौर हो कि पूर्व सीएम ने सरकार पर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर राज्य की जनता का अपमान करने का आरोप लगाया. पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार ने उत्तराखंड से कई बड़े वादे किए हैं.

पूर्व सीएम का कहना है कि एक वादा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का भी किया गया है। अब ग्रीष्मकाल फिर गुजरने को है। ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा के बाद ये तीसरा ग्रीष्मकाल है, जिसमें गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाना तो छोड़िये, मुख्यमंत्री ने एक रात तक वहां बिताना भी मुनासिब नहीं समझा है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने दी बयानबाजी से बचने की अपील

हरीश रावत-प्रीतम सिंह में जुबानी के बीच चल रही जंग मामले में, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अपनी बात राखी है. कांग्रेस अध्यक्ष ने दोनों नेताओं से अपील की, दोनों नेताओं को बयानबाजी से बचना चाहिए, क्योंकि दोनों मुझसे बड़े हैं, मैं उनसे आग्रह ही कर सकता हूं.

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