
उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी संगठनात्मक विस्तार एवं आगामी नगर निकाय चुनाव को देखते हुए दो दिवसीय प्रवास पर मऊ जनपद आए हुवे हैं । वे आगामी नगर निकाय चुनाव को देखते हुवे भाजपा के पदाधिकारियों में चुनाव में जी जान से लगकर भाजपा को नगर निगम में भी जीताने की अपील कर रहें हैं । इस दौरान भूपेंद्र चौधरी ने इशारों इशारों में यह संकेत दे दिए कि ओमप्रकाश राजभर जो की बाहर से भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे रहें हैं उनके लिए भारतीय जनता पार्टी के दरवाजे हमेशा खुले हैं शर्त बस इतनी है कि वे भाजपा की विचारधारा को मानने लगे और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ले लें । अब देखना यह होगा की प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बयान के बाद क्या ओमप्रकाश राजभर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते हैं या नहीं ।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान कुछ वक्त के लिए ओम प्रकाश राजभर भाजपा सरकार का अभिन्न अंग रहे थे । वहीं ओमप्रकाश राजभर सामाजिक न्याय समिति के तहत पिछड़ों , दलितों और वंचितों को 27% आरक्षण देने के नाम पर भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ दिया था। ओमप्रकाश राजभर भाजपा पर दबाव बनाकर सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करा कर इसका लाभ लेना चाह रहे थे। इसी मतभेद के बाद ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा को छोड़ दिया था।
लेकिन पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में हुवे एमएलसी चुनाव में अपने सुभासपा के विधायकों को भाजपा के पक्ष में वोट दिलाकर ओमप्रकाश राजभर भाजपा के करीबी बने हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी पूर्वांचल में राजभर जाति के वोटों को अपने पक्ष में करना चाहती है लेकिन बार-बार ओमप्रकाश राजभर अपनी पार्टी को लाभ दिलाने के लिए और राजभर जाति का नेता बनने के लिए राजभर वोटरों के नाम पर भाजपा से सेटिंग कर एक मोटा लाभ खुद को और अपनी पार्टी को दिलाना चाहते हैं। लेकिन भाजपा ओमप्रकाश राजभर को 27% आरक्षण का लाभ देकर पूर्वांचल का सबसे बड़ा राजभर नेता नहीं बनाना चाहती है। इसी मतभेद को लेकर ओमप्रकाश राजभर भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं लेकिन भाजपा को बाहर बाहर समर्थन दे कर सत्ता की मलाई भी काटना चाह रहे हैं।
अभी ओम प्रकाश राजभर ने उत्तर प्रदेश में हुवे एमएलसी चुनाव में भाजपा के पक्ष में अपनी पार्टी के विधायकों द्वारा वोट दिलाने की वजह से उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार से वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। वहीं मुख़्तार अंसारी के बेटे और मऊ से सदर विधायक अब्बास अंसारी ने एमएलसी चुनाव में वोटिंग करने ही नहीं गए। अब्बास अंसारी ने एमएलसी चुनाव से अपने आप को अलग कर लिया। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी द्वारा भाजपा में ओमप्रकाश राजभर के ज्वाइन होने और सरकार में शामिल होने की शर्त को खुल कर बता दिया है।
ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या ओमप्रकाश राजभर भाजपा की विचारधारा की शर्त और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करने की शर्त को पूरा करने के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते हैं या नहीं। अगर भाजपा ओम प्रकाश राजभर को अपने पार्टी में मिला लेती है तो भाजपा को इसका लाभ नगर निकाय चुनाव में जरूर मिलेगा।