दिल्ली में छठ पूजा को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच रस्साकसी का माहौल बना हुआ है। दरअसल इसके पीछे की वजह दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की बड़ी तादाद है जिसे दोनों पार्टियां वोटबैंक के दृष्टिकोण से देख रही हैं। बता दें कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हाल ही में अपने एक आदेश में यमुना नदी के किनारे छठ पर्व मनाने की अनुमति नहीं दी जिसके बाद भाजपा नेता मनोज तिवारी ने कदम को पूर्वांचलियों और बिहार के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ बताया था। उन्होंने अनुमति दिलाने के लिए प्रदर्शन भी किया इस दौरान वो चोटिल भी हो गए थे लेकिन उन्होंने अपनी यह कवायद जारी रखी।
इसके बाद अब आम आदमी पार्टी का रवैया भी बदला हुआ है। संभवतः उन्हे इस बात का आभास हो गया है कि दिल्ली में राजनीतिक रूप से यूपी बिहार के लोगों का विशेष महत्व है। शायद यही कारण है कि आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने लिखा कि दुर्गा पूजा और गणेपति विसर्जन के दौरान मूर्तियों को जल में विसर्जित किया जाता है जबकि छठ महापर्व प्रकृति के सानिध्य में मनाया जाने वाला एक पर्व है। इसमें व्रती खुद ही घाटों की साफ-सफाई करते हैं। इस पर्व से नदी प्रदूषित नहीं होती है। इसलिए यमुना तट पर पर्व मनाने की अनुमति दें।
इस पुरे मामले में भाजपा नेता मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर जमकर हल्ला बोला था। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा था कि आम आदमी पार्टी, यमुना के किनारे छठ पर्व ना मनाने का आदेश देकर पूर्वांचलियों की आस्था से खिलवाड़ कर रही है और वो स्वयं सभी नियमों को तोड़ते हुए यमुना तट पर जाएंगे और वहां यह सुनिश्चित करेंगे की छठ पूजा वहीं हो। उन्होंने गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर केजरीवाल उन्हें ऐसा करने से रोक सकते हैं तो, रोक कर दिखाएं।