91 लाख खर्च फिर भी निर्माण अधूरा, जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर छात्र

ग्रामीण और विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सत्य प्रकाश रतूड़ी बताते हैं कि निर्माणाधीन भवन वर्ष 2008 में 91 लाख रुपये की धनराशि खर्च होने के बाद भी अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है.

चमोली के नारायणबगड़ विकासखण्ड के कौब स्थित राजकीय इंटर कॉलेज का निर्माण 12 साल पहले शुरू किया गया था। लेकिन अभी भी काम अधूरा पड़ा है। जिसके चलते इस विद्यालय का संचालन कौब गांव की राजकीय जूनियर हाईस्कूल के क्षत विक्षत भवन में कराया जा रहा है। यहां पढ़ने वाले बच्चे बताते हैं कि गर्मियों में ये टिन शेड गर्मी से तपते हैं। सर्दियों में भारी ठंड और बरसात में इन भवनों में छत टपकती है। बावजूद इसके बच्चे इन जीर्णशीर्ण भवनों में पढ़ने को मज़बूर हैं। क्योंकि राजकीय इंटर कालेज के लिए स्वीकृत नया विद्यालय भवन अभी तक भी नहीं बन सका है।

क्या है पूरा मामला?

ग्रामीण और विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सत्य प्रकाश रतूड़ी बताते हैं कि निर्माणाधीन भवन वर्ष 2008 में 91 लाख रुपये की धनराशि खर्च होने के बाद भी अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। साल 2011-12 में इस विद्यालय भवन का निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश निर्माण निगम द्वारा प्रारम्भ किया गया। लेकिन वर्ष 2013 में निर्माण निगम ने कार्य बंद कर दिया। दोबारा 2015 में शासन को पुनरीक्षित आगणन भेजा गया और कार्य शुरू करवाया गया। लेकिन अब 2024 तक भी  विद्यालय भवन का निर्माण अधूरा है। छात्र छात्राएं टिन शेड में पढ़ने को मजबूर हैं। विद्यालय में तकरीबन 120 छात्र छात्राएं हैं। 

लेकिन अध्ययन के लिए जूनियर हाई स्कूल के महज तीन कमरे और एकाध टिन शेड जिस जूनियर हाई स्कूल में राजकीय इंटर कॉलेज का संचालन किया जा रहा है उसकी स्थिति जर्जर बनी हुई है। ग्रामीण जिलाधिकारी चमोली के जनता दरबार से लेकर शासन तक इस अधूरे निर्माण कार्य की शिकायत और स्कूली बच्चों की सुविधाओं को लेकर गुहार लगा चुके है। जिस पर जांच के आदेश भी जारी हुए लेकिन अब तक न तो जांच पूरी हो सकी है और न ही विद्यालय भवन बन सका।

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