जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के 10 सालों बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की सत्ता में वापसी हुई है। मंगलवार को हुए मतगणना के बाद NC-कांग्रेस गठबंधन को स्पष्ट बहुतम मिला है। 90 विधानसभा वाली सीटों जम्मू-कश्मीर में NC ने 42 सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस के 6 उम्मीदवार चुनाव जीते हैं। ऐसे में गठबंधन ने बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर के पांच साल के लिए राज्य में सत्ता पर काबिज हो गए हैं। वहीं बीजेपी को अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने और चुनाव हारने के बाद प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष रविंदर रैना ने पद से इस्तीफा दे दिया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कयास लगा रही थी कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद प्रदेश में सरकार बना सकती है। हालांकि मंगलवार को हुई मतगणना में पार्टी को सिर्फ 29 सीटों पर जीत मिली है। इसी के साथ बीजेपी प्रदेश में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं दूसरी तरफ नौशेरा से पार्टी उम्मीदवार रहे रविंदर रैना को NC उम्मीदवार सुरिंद्र कुमार चौधरी से 7,819 हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद उन्होंने पार्टी को प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा सौंप दिया।
मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने प्रदेश में चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया है। उन्होंने उमर अब्दुल्ला को आगामी पांच साल के लिए राज्य की कमान सौंप दी है। आपको बता दें उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल और बड़गाम दो सीटों से चुनाव लड़े थे और दोनों सीटों पर उन्होंने बंपर वोटों से जीत दर्ज की है।