अदाणी फाउंडेशन ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आयोजित किया कार्यक्रम, जंक फूड के बारे में किया गया जागरूक

अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और सतत विकास की दिशा में कार्य करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे रहा है।

अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के अंतर्गत शहर के मलिन बस्तियों बड़ी गैबी, मकदुमबाबा, सुदमापुर, राजघाट, कोनिया में रविवार यानी 7 अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इस उपलक्ष्य में रैली और पोस्टर के द्वारा लोगो को जंक फूड के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही समुदाय की महिलाओं और को फास्ट फूड का सेवन कम से कम करने के बारे में  पोस्टर के माध्यम से समझाया गया। इस अबसर पर पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी जिसमें उत्कृष्ट प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी दिया गया। सुपोषण अधिकारी ममता यादव द्वारा समुदाय की धात्री माताओं और गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार के बारे में समझते हुए स्वस्थ जीवन शैली के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।

इस दौरान सुपोषण सहायक अधिकारी जुगल केशरी एवं सुजाता यादव, संगिनी सोनी मौर्य, बिंदु पटेल, प्रीती मौर्य, सोनालिका सिंह, ज्योति चौधरी, रीता वर्मा  के साथ ज्योति भारती उपस्थित रहीं। अदाणी फाउंडेशन द्वारा वाराणसी सहित देश भर के  640 गांवों में  फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के अंतर्गत पोषण सुरक्षा को मजबूती प्रदान किया जा रहा जिससे 56,264 लोग लाभान्वित हुए हैं। 1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन 18 राज्यों में व्यापक परिचालन करता है, जिसमें देश भर के 2,410 गांव और कस्बे और प्रोफेशनल्स की एक टीम शामिल हैं, जिनका दृष्टिकोण इनोवेशन, जन भागीदारी और सहयोग का प्रतीक है।

3.67 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए और चार मुख्य क्षेत्रों – शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।

अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और सतत विकास की दिशा में कार्य करता है और इस तरह राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे रहा है।

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