
उत्तराखंड; सोशल मीडिया पर केदारनाथ मंदिर में दीवारों पर लगा सोना पीतल में बदलने की खबर खूब वायरल हो रही है. इसको लेकर श्रीबद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) से पत्र जारी कर मामले की सच्चाई बताई है. मंदिर समिति का कहना है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की सोने की परत चढ़ाने को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है. यह एक साजिश का हिस्सा है.
Uttarakhand | Shree Badrinath-Kedarnath Temple Committee (BKTC) says, the confusion that is being spread on social media regarding the gold plating of the sanctum sanctorum of the Shree Kedarnath temple is part of a conspiracy. The entire work from buying gold to installing it on… https://t.co/UKWf0bIQkT pic.twitter.com/LpvxFKPFl8
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 18, 2023
मंदिर प्रशासन ने बताया सोना खरीदने से लेकर दीवारों पर लगवाने तक का सारा काम दानकर्ता का ही होता है. इसमें मंदिर समिति की कोई सीधी भूमिका नहीं थी. समिति ने कहा है कि सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मंदिर समिति ने बताया है कि दानकर्ता ने ज्वैलर्स से तांबे की प्लेट तैयार करवाई और फिर उस पर सोने की परत चढ़वाई थी. सोना खरीदने से लेकर मंदिर में लगवाने तक का पूरा काम दानकर्ता ने ही कराया था, इसमें मंदिर समित का कोई योगदान नहीं है. मंदिर प्रशासन ने बताया कि सोशल मीडिया पर मंदिर परिसर में 1.15 अरब का सोना लगाया जाने की बात कही जा रही है, जोकि गलत और भ्रामक है.
इस मामले को लेकर श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति ने स्पष्ट किया है कि मन्दिर के गर्भगृह में एक दानकर्ता ने कुल- 23,777.800 ग्राम सोना लगाया गया है, जिसका वर्तमान मूल्य लगभग 14.38 करोड़ है. वहीं कॉपर प्लेटों का कुल वजन एक क्विंटल के करीब है जिसका मूल्य 29 लाख है.