लैंडिंग से पहले चंद्रयान-3 ने भेजे चंद्र सतह की सबसे करीबी वीडियो, तस्वीरें देख चौंक जाएंगे आप!

चंद्रयान-3 में विक्रम नाम का एक लैंडर और प्रज्ञान नाम का एक रोवर शामिल है. लैंडर चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए जिम्मेदार है, जबकि रोवर चंद्रमा की सतह पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम देगा. प्रोपल्सन मॉड्यूल लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन से चंद्र कक्षा से 100 किमी पहले अलग हुआ.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-3 में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. 15 अगस्त को अंतरिक्ष यान ने अपने लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (LPDC) का उपयोग करके चंद्रमा की चौंका देनें वाली तस्वीरें लीं. इसरो ने इसका वीडियो शुक्रवार को जारी किया. बताया जा रहा है कि यह वीडियो चंद्रमा की धरातलीय परिस्थितियों के अध्ययन में इसरो को शुरुआती जानकारी देगा.

14 जुलाई, 2023 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया चंद्रयान-3, 5 अगस्त, 2023 को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया. चंद्रयान-3 का प्राथमिक उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर रोवर को सुरक्षित रूप से उतारना और इन-सीटू रासायनिक विश्लेषण करना है. साल 2019 में चंद्रयान-2 के असफल लैंडिंग प्रयास के बाद है, चंद्रयान-3 को चंद्र मिशन के लिए तैयार किया गया था.

चंद्रयान-3 में विक्रम नाम का एक लैंडर और प्रज्ञान नाम का एक रोवर शामिल है. लैंडर चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए जिम्मेदार है, जबकि रोवर चंद्रमा की सतह पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम देगा. प्रोपल्सन मॉड्यूल लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन से चंद्र कक्षा से 100 किमी पहले अलग हुआ.

लैंडर और रोवर के 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की उम्मीद है. चंद्रयान-3 द्वारा चंद्रमा की तस्वीरों को सफलतापूर्वक कैप्चर करना और जारी करना इसरो की उन्नत तकनीकी क्षमताओं और चंद्र अन्वेषण के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.

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