
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई डॉकयार्ड में ‘INS विशाखापत्तनम’ के कमीशन समारोह में भाग लिया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा, आज भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित, State-of-the-Art Warship ‘INS विशाखापत्तनम’ की commissioning ceremony में आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है।
रक्षा मंत्री ने कहा, मुझे विश्वास है कि INS विशाखापट्टनम अपने नाम को सार्थक करते हुए हमारी समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करेगा। उन्होनें कहा कि वह पोत पूरी तरह स्वदेशी है। इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं रह जाता कि आने वाले समय में हर अपनी ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की समुद्री जरूरतों को पूरा करेंगे।
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh at the Commissioning Ceremony of #INSVisakhapatnam in Mumbai. pic.twitter.com/jGGcq05hQ9
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) November 21, 2021
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, INS विशाखापत्तनम 163 मीटर लंबा है। उन्होंने बताया कि यह जहाज आधुनिकतम तकनीकों से युक्त है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक सेंसर और हथियारों के साथ यह युद्धपोत दुनिया के सबसे आधुनिक मिसाइल डिस्ट्रॉयर में से एक होगा।
इंडियन नेवी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा, रिपोर्टें बताती हैं कि अगले एक-दो साल, यानि 2023 तक दुनिया भर में सुरक्षा पर होने वाला खर्च, 2.1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने वाला है। आज हमारे पास पूरा अवसर है, कि हम अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करें और देश को स्वदेशी शिपबिल्डिंग हब बनाने की ओर आगे बढ़ें।