
बागपत डीएम राजकमल यादव के प्रधान लिपिक की लाश 20 दिन बाद मथुरा में मिली. मेरठ के रहने वाले प्रधान लिपिक श्रीनिवास पाल 30 दिसंबर 2022 को अपनी पत्नी को ढूंढने गए उसके बाद नहीं लौटे. श्रीनिवास की पत्नी भी 30 दिसंबर को गायब हुई थी लेकिन वह 4 दिन बाद लौट आई. श्रीनिवास की हत्या एक पहेली बन कर रह गई है.
श्रीनिवास की लाश 20 जनवरी 2023 को मेरठ के राया इलाके के एक रजवाहे में मिली है. वह 30 दिसंबर 2022 से लापता थे. श्रीनिवास बागपत डीएम राजकमल यादव के प्रधान लिपिक थे. मेरठ निवासी श्रीनिवास पाल 30 दिसंबर को घर से यह कहकर निकले थे कि वह अपनी गायब हुई पत्नी को ढूंढने जा रहे हैं. उनकी पत्नी रजनी 4 दिन बाद लौट आई लेकिन श्रीनिवास नहीं लौटे. 21 दिन बाद उनकी लाश जब पुलिस ने बरामद की तो परिजनों को इस बात की सूचना दी गई.
श्रीनिवास को कई दिनों तक परिजन ढूंढते रहे लेकिन जब वह नहीं मिले तो मेरठ के सिविल लाइन थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई. 3 जनवरी को उनकी पत्नी जब घर लौटी तो पुलिस ने उनसे भी पूछताछ की. क्राइम ब्रांच की पूछताछ में उनकी पत्नी ने बताया कि श्रीनिवास का अपहरण हो गया है. वह बदमाशों के चंगुल में है. बावजूद इसके मेरठ पुलिस में श्रीनिवास को तलाशने के लिए कोई पुख्ता कवायद नहीं की.
श्रीनिवास की लाश बरामद होने के बाद भी मेरठ पुलिस इस मामले में एक्टिव नजर नहीं आती. परिजन कहते हैं कि पति पत्नी के बीच 18 लाख में खरीदे गए मकान को लेकर विवाद हुआ था. श्रीनिवास की लाश बरामद हुए 4 दिन बीत चुके हैं लेकिन मेरठ पुलिस ने इसमें अभी तक फौरी पूछताछ तक नहीं की है और ना ही मथुरा पुलिस से इस मामले की जानकारी हासिल की है. परिजन बताते हैं कि मामले में पति पत्नी के अलावा तीसरा भी कोई है जो विवाद का कारण है और श्रीनिवास के कत्ल का भी.