‘आसानी से खराब होने वाले’ अंगों को पहले किया नष्ट – आफताब ने पुलिस को बताया, कैसे पाया श्रद्धा के शरीर से छुटकारा !

श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि कैसे उसने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उससे छुटकारा पाया। उसने पुलिस को बताया है कि...

श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि कैसे उसने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उससे छुटकारा पाया। उसने पुलिस को बताया है कि पहले उसने आसानी से खराब होने वाले हिस्सों को डिस्पोज किया, जिससे थोड़ी देर बाद बदबू आ सकती थी. उसने यह भी कहा कि उसने श्रद्धा का चेहरा जला दिया ताकि उसकी पहचान न हो सके।

उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसने यह सुनिश्चित करने के लिए जगह को साफ करने के लिए ब्लीच का इस्तेमाल किया कि अपराध का कोई सबूत नहीं है। जांच करने वाले अधिकारी आफताब ने बताया कि उसने खून के निशान मिटाने के लिए रसायनों का भी इस्तेमाल किया। उसने यह भी खुलासा किया कि उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए श्रद्धा का चेहरा जला दिया।

आफताब ने उसे बताया कि उसने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े कर दिए और उन्हें जंगल में फेंक दिया, और दूसरे हिस्से को दूसरी जगह फेंक दिया।

दिल्ली पुलिस ने मुख्य रूप से शरीर के पिछले हिस्से से हड्डियों के ढांचे के साथ श्रद्धा वाकर की कटी हुई लाश से कंकाल के कुछ हिस्से बरामद किए हैं। समाचार सूत्रों के अनुसार पुलिस ने महरौली जंगल में एक नाले से एक पेडू और 10 अन्य हड्डियाँ बरामद की हैं। श्रद्धा की 18 मई को उनके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने गला दबाकर हत्या कर दी थी, जिसने बाद में उनके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे। आफताब ने कटे हुए शरीर के अंगों को एक रेफ्रिजरेटर में ढेर कर दिया था और दिल्ली भर में विभिन्न स्थानों पर उनका निपटान कर दिया था।

गौरतलब हैं कि इंसान के रूप में शैतान बना दरिंदा आफताब ने युवती के शव के 35 टुकड़े किये. आस-पास के लोगों को उसके इस दुर्दांत कृत्य की भनक ना लगे इसके लिए आफताब ने हत्या करने के बाद एक बड़ी सी फ्रिज खरीदी और 18 दिनों तक युवती श्रद्धा के शव के टुकड़ों को घर मे रखा. रात को 2 बजे युवती के शरीर के टुकड़े को एक-एक कर प्लास्टिक बैग में लेकर जाता था और अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया करता था.

पुलिस के अनुसार, “श्रद्धा नाम की जिस लड़की का मर्डर हुआ है, वह मुंबई में एक कॉल सेंटर में काम करती थी. हत्या का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला शादी का झांसा देकर उसे दिल्ली लाया था. जहां पिछले एक साल से दोनों लिव इन रिलेशन में रहते थे. 26 साल की श्रद्धा वाकर मुम्बई के मलाड की रहने वाली थी.

मृतिका श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर ने बीते 8 नवंबर को अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी. श्रद्धा के पिता ने बताया कि वह परिवार सहित महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं. उनकी 26 साल की बेटी श्रद्धा वाकर मुम्बई के मलाड इलाके में स्थित बहुराष्ट्रीय कम्पनी के कॉल सेंटर में नौकरी करती थी.

वहीं पर श्रद्धा की आफताब अमीन से मुलाकात हुई. फिर दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और वे लिव-इन रिलेशन में रहने लगे. जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. परिवार के विरोध करने पर श्रद्धा और आफताब ने अचानक मुम्बई छोड़ दिया था. इसके बाद वो महरौली के छतरपुर इलाके में रहने लगे.

युवती की हत्या के 5 महीनों बाद पुलिस ने आरोपी आफताब को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बीते शनिवार को आफताब को पकड़ा. पूछताछ में आफताब ने पुलिस को बताया कि शादी करने को लेकर अक्सर श्रद्धा उस पर दबाव बनाती थी. इसी बात पर दोनों में झगड़ा होता था. बीते 18 मई को शादी करने को लेकर ही दोनों में झगड़े के दौरान उसने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी.

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