सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई. अधिसूचित क्षेत्र में अर्जित भूमि से जुड़े मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने किसानों को बड़ा झटका दिया है. अब तक यह प्रथा थी कि प्राधिकरण द्वारा भूमि अधिग्रहण के बदले आबादी का प्लॉट किसानों को दिया जाता था. यह कुल अधिग्रहित भूखंड का 6 फीसद हिस्सा होता था.
सोमवार को किसानों को झटका देते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 6% के भूखंडों का कोटा खत्म कर दिया. पहले जो अधिग्रहित भूमि से 6 फीसद भूखंड जमीनदाता किसान को प्राधिकरण द्वारा आवंटित किया जाता था, अब से इस कोटे का लाभ किसानों को नहीं मिल सकेगा. एक तरफ जहां सरकार किसानों को सशक्त बनाने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है, इसी बीच प्राधिकरण का ये फैसला किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है.
अब तक अधिग्रहण के बदले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा आबादी का प्लॉट किसानों को दिया जाता था. प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में अब तक 6% के भूखंड किसानों के नाम आवंटित हुआ करते थे जिसे अब खत्म कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि नोएडा सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने इस कोटे को खत्म किया है. 6 फीसद भूखंड मिलने से किसान अपने मकान या अन्य कृषि सम्बन्धी काम कर लिया करते थे. लेकिन अब से नोएडा सीईओ ऋतू माहेश्वरी की इस करतूत से किसान एक बार फिर ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.