
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को संसद में जानकारी दी कि आगामी बिलासपुर-मनाली-लेह रेलवे लाइन परियोजना की लागत ₹1,31,000 करोड़ के आसपास होने का अनुमान है, जो कारगिल तक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी।
लद्दाख के लिए रणनीतिक रेलवे लाइन
लोकसभा में कश्मीर के गांदरबल को कारगिल से जोड़ने के सरकार के योजना से संबंधित सवाल के जवाब में वैष्णव ने बताया कि बिलासपुर-मनाली-लेह लाइन के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है। इस रेलवे लाइन को रक्षा मंत्रालय द्वारा रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना गया है। उन्होंने कहा कि इस 489 किलोमीटर लंबी परियोजना का सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है और DPR भी तैयार हो चुका है।
पूर्व में प्रस्तावित श्रीनगर-कारगिल-लेह रेलवे परियोजना
वैष्णव ने पहले प्रस्तावित श्रीनगर-कारगिल-लेह रेलवे परियोजना के बारे में भी जानकारी दी, जो 480 किलोमीटर लंबी थी। इस परियोजना का सर्वेक्षण 2016-17 में किया गया था, और इसकी अनुमानित लागत ₹55,896 करोड़ थी। हालांकि, इस परियोजना को कम यातायात अनुमान के कारण आगे नहीं बढ़ाया गया था।
रणनीतिक कनेक्टिविटी में सुधार
यह नई परियोजना कनेक्टिविटी में एक महत्वपूर्ण कदम है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जो रक्षा दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। यह लद्दाख और कारगिल जैसे संवेदनशील और दूर-दराज क्षेत्रों में परिवहन और सामरिक गतिविधियों को सुगम बनाएगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और स्थानीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।