महाकुम्भ भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का महायज्ञ है!….गौतम अदाणी ने एक्स पर किया खास पोस्ट

नि:स्वार्थ सेवाभाव और धर्म एवं संस्कृति के प्रति उत्तरदायित्व की भावना राष्ट्रप्रेम का ही एक रूप है, जिसके लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है।

गौतम अदाणी, उद्योगपति और अदाणी ग्रुप के हेड ने अपने एक्स पोस्ट में महाकुम्भ के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने लिखा, “महाकुम्भ भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का महायज्ञ है, जो सदियों से हमारे देश की धार्मिक धरोहर का हिस्सा रहा है।

यह न केवल आध्यात्मिक उन्नति का अवसर प्रदान करता है, बल्कि सांस्कृतिक समागम का भी प्रतीक है। महाकुम्भ का आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को एकत्र करता है, जो भारतीय समाज की एकता और विविधता को दर्शाता है।” अदाणी ने इस अद्वितीय धार्मिक आयोजन के महत्व को सराहा और भारतीय संस्कृति को सम्मानित किया।

गौतम अदाणी ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि यह हमारे लिए अपार संतुष्टि का विषय है कि इस महायज्ञ में प्रतिष्ठित संस्थान गीता प्रेस के सहयोग से हम ‘आरती संग्रह’ की एक करोड़ प्रतियां कुम्भ में आए श्रद्धालुओं की सेवा में निःशुल्क अर्पित कर रहे हैं। आज सनातन साहित्य के माध्यम से 100 वर्षों से राष्ट्र की सेवा कर रहे । गौतम अदाणी ने कहा सम्मानित पदाधिकारियों से मिलकर प्रेरणा प्राप्त हुई और गीता प्रेस के उत्कृष्ट सेवा कार्यों के प्रति आभार व्यक्त करने का सौभाग्य मिला।

नि:स्वार्थ सेवाभाव और धर्म एवं संस्कृति के प्रति उत्तरदायित्व की भावना राष्ट्रप्रेम का ही एक रूप है, जिसके लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है।

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