Monkeypox: क्या समलैंगिकता के कारण फैल रही है ये महामारी, WHO ने घोषित की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के विश्लेषण के अनुसार, मंकीपॉक्स संक्रमण वाले कम से कम 98% लोग समलैंगिक या उभयलिंगी पुरुष थे। इसके सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए "जल्दी पहचान" और उससे "निदान

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के विश्लेषण के अनुसार, मंकीपॉक्स संक्रमण वाले कम से कम 98% लोग समलैंगिक या उभयलिंगी पुरुष थे। इसके सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए “जल्दी पहचान” और उससे “निदान” की तत्काल आवश्यकता का आह्वान करते हुए, चकत्ते, बुखार, सुस्ती, सिरदर्द और लिम्फ नोड की सूजन को मंकीपॉक्स संक्रमण के सबसे आम लक्षणों के रूप में दर्ज किया गया है।

वायरस के फैलने का विश्लेषण करने वाले आर्टिकल “Monkeypox Virus Infection, April–June 2022” के अनुसार अप्रैल 2022 से पहले, मनुष्यों में मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण शायद ही कभी अफ्रीकी क्षेत्रों के बाहर रिपोर्ट किया गया था, जहां पर ये स्थानिक है।

16 देशों के 528 मंकीपॉक्स मामलों की जांच के मुताबिक पुरुषों के बीच यौन संबंध इसके फैलने के पीछे का एक संभावित कारण हैं। 95% संक्रमित व्यक्तियों में यौन गतिविधि के माध्यम से फैलने का संदेह था।

फिलहाल भारत समेत दुनियाभर से मामले सामने आ रहे हैं, शुक्रवार को भारत में तीसरा मामला सामने आया है।

Symptoms of monkeypox

  • मंकीपॉक्स में बुखार, कंपकंपी, चकत्ते के साथ चेहरे और यौनांगों में घाव होता है।
  • किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क के कपड़े या चादर के साथ दूसरे व्यक्ति में जा सकता है।

हालांकि यौन संक्रमण की बात अभी तक दस्तावेजों में दर्ज नहीं है. WHO का कहना है कि इतने देशों से Monkeypox संक्रमण सामने आने का मतलब है कि पिछले कुछ समय से ये चुपचाप फैल रहा है, WHO के यूरोप निदेशक ने चेतावनी दी, कि यूरोप में गर्मी हो रही हैं और इसके साथ ही बड़े पैमाने पर लोगों की भीड़ और फेस्टिवल, पार्टियां इसके प्रसार को बढ़ा सकती हैं.

Related Articles

Back to top button
Live TV