बागपत में क़लयुगी बेटे ने प्रेम सबंध में बाधक बनने पर अपनी ही माँ की निर्मम हत्या कर दी। आरोपी बेटे ने बेल्ट से गला घोंटकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ़्तार कर लिया हैं।और मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं।
बागपत जनपद की बड़ौत कोतवाली अंतर्गत आवास विकास कॉलोनी में रहने अधिवक्ता जितेंद्र सोलंकी की पत्नी मुनेश नाम की हत्या से हड़कंप मच गया। मुनेश की गला दबाकर हत्या की गई थी। जिसकी जानकारी लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। जिसके बाद हत्या की सूचना से कॉलोनी में भी हड़कंप मच गया। वही इसकी सूचना अधिवक्ता ने कोतवाली पुलिस को दी, जिसके बाद सीओ सहित बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। वही अधिवक्ता जितेंद्र सोलंकी ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी मुनेश की हत्या उसी के बेटे रजत ने की हैं। आरोपी रजत का अपनी माँ के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद दोनों में काफी बहस हुई, जिसके बाद गुस्साए चिराग ने अपनी माँ मुनेश का अपनी बेल्ट निकालकर उससे गला घोंट दिया। रजत ने जब तक मुनेश का गला दबाए रखा जब तक उसकी मौत नही हो गई। वही पिता जितेंद्र ने बेटे के खिलाफ ही हत्या का मुकदमा दर्ज कराया हैं जिसके चलते पुलिस ने उसे हिरासत में लिया हैं। दरअसल रजत का दिल्ली की रहने वाली एक युवती के साथ काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों का प्यार इस कदर परवान चढ़ा हुआ था। कि दोनों ने साथ रहने की ठान ली थी। चिराग अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था। जिसकी तैयारी भी उसने कर रखी थी। लेकिन रजत की माँ मुनेश दोनों के बीच मे रोड़ा बन रही थी। मुनेश को ये रिश्ता पसंद नही था और उसने शादी कराने से मना कर दिया था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कई बार विवाद हो चुका था। लेकिन चिराग अपनी माँ मुनेश को मनाने में जुटा था। और जब एक बार फिर मुनेश ने मना किया तो उसका खून खोल उठा और उसने अपनी माँ मुनेश की निर्मम हत्या कर दी। वही घटना पर पहुँचे सीओ सिटी युवराज सिंह के मुताबिक बेटे द्वारा माँ की हत्या की गई हैं। मृतका के पति की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। फिलहाल आरोपी बेटे रजत को हिरासत में ले लिया गया हैं।