किसकी सह पर चल रही श्री शानदार इंडस्ट्रीज, अग्निकांड के बाद उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने की जाँच !

जसपुर शुगर मिल स्थित श्री शानदार इंडस्ट्रीज में बीती मध्यरात्रि को एलपीजी रिसाव के कारण भीषण अग्निकांड के बाद उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के....

जसपुर शुगर मिल स्थित श्री शानदार इंडस्ट्रीज में बीती मध्यरात्रि को एलपीजी रिसाव के कारण भीषण अग्निकांड के बाद उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्राधिकारी नरेश गोस्वामी ने घटनास्थल पर पहुंचकर फैक्ट्री का मुआयना किया। इस दौरान उनके द्वारा फैक्ट्री से सम्बंधित अन्य खुलासे भी किये गए। जिसके तहत इस फैक्ट्री में पूर्व में प्रतिबंधित प्रोडक्ट बनाने के दोष में जुर्माने की कार्यवाही के साथ साथ बन्दी की कायवाही के लिए भी संस्तुति विभाग को की जा चुकी है।

जसपुर में नादेही रोड पर सिडकुल में स्थित श्री शानदार फाइबर इंडस्ट्रीज नामक फैक्ट्री में एलपीजी गैस के रिसाव से अचानक आग लग गई। अग्निकांड में फैक्ट्री में मौजूद लगभग दो दर्जन से अधिक श्रमिकों में से आग की चपेट में आने से अभयराजपुर निवासी 29 वर्षीय अर्जुन त्यागी की मौके पर मौत हो गई जबकि जसपुर के पास ग्राम मंडुआखेडा निवासी संजय कुमार और यूपी के सीमावर्ती ग्राम अभयराजपुर के रहने वाले राहुल कुमार नामक कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए काशीपुर भेजा गया। जहां से दोनों को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया इसके बाद उक्त दोनों की हालत गंभीर देखते हुए होने बरेली के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां दोनों का इलाज चल रहा है। देर रात्रि लगी आग बुझाने में दमकल विभाग के जसपुर, काशीपुर और बाजपुर की 6 गाड़ियां और 3 गाड़िया निजी फैक्ट्री से बुलवाई गयीं। फैक्ट्री में आग से लाखो रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा 8 से 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।

घटना के बाद उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्राधिकारी नरेश गोस्वामी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। इस दौरान उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्राधिकारी नरेश गोस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि श्री शानदार इंडस्ट्रीज नामक यह फैक्ट्री थर्माकोल के कप, प्लेट आदि प्रोडक्ट बनाने की फैक्ट्री थी। उन्होंने कहा कि पूर्व में उनके द्वारा इस फैक्ट्री में प्रतिबंधित प्रोडक्ट बनाने की वजह से जुर्माने की कार्यवाही भी की गयी थी। साथ ही उनके द्वारा अपने मुख्य कार्यालय को फैक्टी की बंदी की कार्यवाही के लिए भी संस्तुति की गई थी। उन्होंने कहा कि पिछले महीने 4 अक्टूबर को इसी फैक्ट्री में प्रतिबंधित थर्माकोल की कप प्लेट आदि प्रोडक्ट बनाने के जुर्म में 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया साथ ही इस फैक्ट्री की बंदी के लिए भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य कार्यालय को संस्तुति भेजी गई थी।

Related Articles

Back to top button