कानपुर की घटना पर बोले ओपी राजभर, बेलगाम अफसरों पर सरकार के आदेश का नहीं कोई असर

कानपुर में हुए हई हृदय विदारक घटना पर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि भू-माफिया के नाम पर सरकार की पॉलिसी है कि भू माफियाओं जो अवैध कब्जा किए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो।

कानपुर में हुए हई हृदय विदारक घटना पर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि भू-माफिया के नाम पर सरकार की पॉलिसी है कि भू माफियाओं जो अवैध कब्जा किए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो। उन्होने कहा कि जो सरकारी संपत्ति अर्जित किए हैं उसकी आड़ में गरीब भी जगह-जगह उसके मकान जो भूमिहीन हैं उसको गिराया जा रहा है, जबकि सरकार के तरफ से मैं एक बार मुख्यमंत्री से मिला तो उसके पहले से कानून पास हुआ है कि किसी भी भूमिहीन को अगर कहीं से उजाड़ना है तो उसको पहले बसने के लिए जमीन की व्यवस्था करा करके तब वहाँ से उजाड़ा जाएगा लेकिन कुछ ऐसे बेलगाम अफसर हैं जिनके ऊपर मुख्यमंत्री के आदेश का या सरकार के आदेश का कोई असर नहीं है।

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वो सब जानते हैं कि गरीब भूमिहीन है इसके पास कोई ताकत है ये जाएगा कहाँ? उजाड़ दो। ऐसी घटनाओं की वजह से ही जो घटनाएं हो रही हैं ये अधिकारियों की लापरवाही की वजह से हो रही है। उन्होने कहा कि घटना की जाँच करके जो दोषी है उसके खिलाफ तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा जाए और उस मृतक को कम से कम पच्चीस-पच्चीस लाख रुपया और रहने के लिए आवास की व्यवस्था सरकार खुद करे।

समाजवादी पार्टी द्वारा घटना को लेकर ट्वीट करके इस बात की निंदा की और ये कहा कि पहले पिछड़ों का और दलितों का जो है अत्याचार हो रहा था उनके साथ अब ब्राह्मणों के साथ भी अत्याचार हो रहा है इस बयान पर ओमप्रकाश राजभर ने बयान देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की जब सरकार थी तब जुल्म जाति, अत्याचार नहीं दिखाई दे रहा था,समाजवादी पार्टी को लोग कहते हैं कि गुंडों की पार्टी है, माफियाओं की पार्टी, लोग ऐसा क्यों कहते हैं? अभी उन्हीं का विधायक एक जेल में अभी बंद है, थाने में जाकर के एफआईआर उसके खिलाफ हुआ उसको थाने से छुड़ा के ले गए,

उन्होने कहा कि विपक्ष की राजनीत में इतना गिरावट आ गयी है कि विपक्ष का जो काम है सही आईना दिखाना, चाहे किसी की सरकार हो, विपक्ष कोई भी हो क्या कमी है, प्रदेश और देश का विकास कैसे होगा, लेकिन विपक्ष का role बदल गया है। अब वो सिर्फ टीवी, अखबारों, सोशल मीडिया पे आकर के बयान दे देना यही काम रह गया है।

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