
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मध्यप्रदेश के दौरे पर रहे। प्रधानमंत्री के मध्य प्रदेश दौरे के कार्यक्रम में जनजातीय गौरव दिवस पर जनसभा को सम्बोधित करना और पुनर्विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन शामिल था। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, पहले हबीबपुर स्टेशन के रूप में जाना जाता था। विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस इस रेलवे स्टेशन का हाल ही में नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशनकर दिया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान अपने सम्बोधन में कहा कि आजादी के बाद पहली बार आदिवासी समाज की संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में इसके योगदान को गर्व से सम्मानित और याद किया जा रहा है। उन्होंने उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा कि लोगों को आदिवासी समाज के बारे में बहुत कम जानकारी है क्योंकि आजादी के बाद दशकों तक देश पर शासन करने वालों ने अपनी स्वार्थी राजनीति को प्राथमिकता दी। “दशकों से आदिवासियों की संस्कृति और क्षमता को नजरअंदाज किया गया, यहां तक कि भारत की आबादी का लगभग 10 प्रतिशत होने के बाद भी। उनके मुद्दों, शिक्षा और स्वास्थ्य का उनके लिए कोई मतलब नहीं था।
भोपाल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी गौरव दिवस महासम्मेलन में आदिवासी समुदाय के महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित किया। इसके बाद उन्होंने एक सभा को किये गए अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि आज भारत अपना पहला ‘जनजातीय गौरव दिवस’ मना रहा है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश सिकल सेल (हीमोग्लोबिनोपैथी) मिशन का शुभारंभ किया और इस अवसर पर मध्यप्रदेश ”सिकल सेल उन्मूलन मिशन” पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने आधिकारिक कू हैंडल पर लिखा कि जनजातीय लोगों के उत्थान में ही प्रदेश और देश की उन्नति निहित है। उन्होंने आगे लिखा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हम अपने जनजातीय भाई-बहनों के सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बता दें कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में मध्यप्रदेश सरकार पहली बार इतने बड़े पैमाने पर जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन कर रही है। यह विशेष दिवस प्रदेश में पहली बार मनाया भी जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन के अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें धन्यवाद देते हुए लिखा है कि, ”आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में जनजातियाँ क्रांतिकारियों के योगदान को याद करते हुए भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस (15 नवम्बर) पर जनजातीयगौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय भारत सरकार की कैबिनेट ने लिया है। मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभारी हूं।