डेस्क: ललितपुर में एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म दुष्कर्म के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसको लेकर शीर्ष कोर्ट इसकी सुनवाई कर रहा है. अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट 18 अगस्त को सुनवाई करेगा. कोर्ट में एनजीओ बचपन बचाओ आंदोलन की ओर से एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसपर शीर्ष न्यायलय सुनवाई कर रहा है. दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि पीड़िता के साथ थाने में भी यौन उत्पीड़न किया गया.
आपको बतादें कि एनजीओ के वकील एचएच फूलका ने कोर्ट को बताया था कि नाबालिग लड़की की जान को खतरा है और एनजीओ ने उसे घटनास्थल से दूर एक स्कूल हॉस्टल में भर्ती करा दिया है. साथ उन्होने बताया कि कि स्थानीय प्रशासन उसकी कोई मदद नही की. नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के पांच महीने बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई ती.
अब इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट कर रहा है. साथ ही याचिका में कहा गया है कि इस नबालिग लड़की को डराया धमकाया भी गया. गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट नें केंद्र सरकार, यूपी सरकार व अन्य को 18 अगस्त तक जवाब दाखिल करने को कहा है. जिसके बाद कोर्ट आगे की सुनवाई करेगा.