महेंद्र सिंह धोनी के साथ आईपीएल IPL2023 में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है क्योंकि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के मुक़ाबले धोनी बिल्कुल एक अलग मिज़ाज वाले हैं।
तेदुलकर की आख़िरी टेस्ट सिरीज़ थी और आख़िरी मैच था यानी 200वाँ टेस्ट पूरी तरह एक ख़ास था जिसके बारे में हर किसी को पहले से पता था।पर धोनी ने बिल्कुल एकदम अपरिचित अंदाज़ में 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। फिर ठीक उसी तरह धोनी ने बिल्कुल एकदम अपरिचित अंदाज़ में वन-डे क्रिकेट से भी अलविदा कह दिया था।
दरअसल, धोनी किसी को भी ये भनक नहीं लगने देते हैं कि वो खेल को कब अलविदा कह रहे हैं। हमेशा से धोनी का मानना है कि संन्यास की बात से हर किसी का सारा फ़ोकस टीम या खेल पर ना होकर उन पर हो जाएगा। पर वो चाहे कितना भी अपने आख़िरी आईपीएल को लेकर कुछ भी कहने से बचते रहें, लेकिन फैंस यही मानकर चल रहे हैं कि ये सीज़न उनका आखिरी सीज़न है।
क्योंकि ईडन गार्डन्स में लोगों ने केकेआर की जर्सी की बजाए चेन्नई की पीली जर्सी में नज़र आए और पूरे मैच के दौरान सिर्फ़ और सिर्फ़ धोनी की ही गूँज स्टेडियम में सुनाई पड़ी, तो आख़िर में माही को भी सार्वजिनक तौर पर ये संन्यास वाली अटकलों पर एक बयान देना पड़ा।धोनी ने दर्शकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा- “मैं बस समर्थन के लिए दर्शकों को शुक्रिया कहना चाहता हूँ। वो लोग बड़ी संख्या में यहाँ आए हैं। इनमें से ज़्यादातर लोग अगले मैच में कोलकाता की जर्सी में आएँगे। वे मुझे विदाई देने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए दर्शकों को बहुत-बहुत धन्यवाद.”
अगर आप धोनी के शब्दों पर ध्यान देंगे, तो उन्होंने ये कभी नहीं कहा कि फैंस उन्हें विदाई देने आएँ हैं, बल्कि कोशिश कर रहे हैं।
मतलब है कि धोनी ने इस संभावना को पूरी तरह से ख़ारिज नहीं किया।यानी ये बात आपको फिर से तेंदुलकर के 2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के हर मैच में स्टैंडिंग ओवेशन मिलने की तरफ़ ले जाती है।तेंदुलकर को अभिवादन तो मिलता, लेकिन वो कभी जवाब में आउट होने के बाद स्वीकारोक्ति वाले अंदाज़ में पवेलियन नहीं लौटते थे।तेंदुलकर के मन में ये था कि वो उनका आख़िरी ऑस्ट्रेलिया दौरा नहीं तो क्या धोनी भी कुछ ऐसा सोचते हैं। अब धोनी खुलकर तो ये कह नहीं सकते हैं कि उनका मैच हर शहर में आख़िरी मैच होगा क्योंकि इससे फ़ोकस उनकी टीम और आईपीएल की बजाए धोनी पर आ जाएगा।लेकिन, धोनी इस भावनात्मक सैलाब को एकदम से नज़रअंदाज़ भी नहीं कर सकते हैं।
तो उन्होंने चिर-परिचित शैली में किसी को पूरी तरह से अपने संन्यास को लेकर एकदम से ठोस राय बनाने का मौक़ा नहीं दिया है।कुछ दिन पहले धोनी के पूर्व साथी खिलाड़ी केदार जाधव ने दावा किया था कि वो 400 फ़ीसदी कामयाबी वाले आँकड़े से कह रहे हैं कि ये धोनी का आख़िरी सीज़न होगा।लेकिन, ठीक इस बयान के कुछ दिन बाद मोइन अली ने कहा कि धोनी को देखकर ऐसा लगता है कि वो कुछ साल और खेलेंगे।कई बार तो दबी ज़ुबां में ये भी कहा जाता है कि बीसीसीआई ने इंपैक्ट रूल धोनी को ही ध्यान में रखकर लाया है, ताकि वो अपने करियर को 2-3 साल और आगे ले जाएँ!भले ही मौजूदा समय में रोहित शर्मा टीम इंडिया के कप्तान हैं और विराट कोहली दिग्गज बल्लेबाज़, लेकिन इनमें से कोई भी धोनी की असाधारण लोकप्रियता को चुनौती देने के क़रीब भी नहीं पहुँचता है।