सुप्रीम कोर्ट का जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को नसीहत – शांति से सब साथ रहकर जिंदगी का आनंद लें…

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इससे पहले कि वह दूसरों को सीख दे, उन्हें खुद संवेदनशील होने की जरूरत है. पर ऐसा है नहीं, इसी वजह से माहौल खराब हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान वसीम रिजवी के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने रिजवी की खराब सेहत का हवाला देते हुए जमानत की मांग की.

हरिद्वार धर्म संसद में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जमानत अर्जी पर सुप्रीम ने नोटिस जारी कर उत्तराखंड सरकार से जवाब मांगा. सुप्रीम कोर्ट में जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जमानत याचिका पर 17 मई को अगली सुनवाई होगी.

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को नसीहत देते हुए कहा कि आखिर माहौल खराब करने की जरूरत क्या है? शांति से सब साथ रहकर जिंदगी का आनंद ले. वसीम रिजवी के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा मैं मानता हूं कि हमे अपने देश, देशवासियों के लिए और संजीदा होने की जरूरत है.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इससे पहले कि वह दूसरों को सीख दे, उन्हें खुद संवेदनशील होने की जरूरत है. पर ऐसा है नहीं, इसी वजह से माहौल खराब हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान वसीम रिजवी के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने रिजवी की खराब सेहत का हवाला देते हुए जमानत की मांग की.

वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि मामले में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, वसीम रिजवी की सेहत सही नहीं है. उनकी आयु 75 वर्ष है. ऐसे में उनके स्वास्थय को देखते हुए जमानत दे दी जानी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार से पूछा कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद क्या राज्य मामले में आगे जांच करना चाहते हैं.

Related Articles

Back to top button