
देहरादून; प्रदेश में बाघों की बढती मौतों को लेकर वन विभाग गंभीर नजर आ रहा है। वन मंत्री सुबोध उनियाल की मानें तो इसके कुछ कारण हैं जिन पर विभाग का पूरा फोकस है। पहला बाघों की नैचुरल डेथ, दूसरा टाइगर की टेरिटेरी में किसी बाहरी लैपर्ड का आना और फिर संघर्ष में लैपर्ड की मौत होना।
उन्होंने आगे कहा कि ये सभी कारण बहुत महत्वपूर्ण हैं, जिनका बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही विभाग का इस ओर भी ध्यान है कि कैसे फॉरेस्ट को पर्यटन से जोड़कर प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं को बढाया जाए।
वहीं, वन विभाग ईको डेवलपमेंट कमेटी बनाने पर भी विचार कर रहा है, जिससे स्थानीय डेस्टिनेशन के साथ ही स्थानीय लोगों के रोजगार का जरिया भी बढ सके। इससे प्राप्त होने वाला राजस्व का 10 प्रतिशत हिस्सा सरकार को जाएगा और बाकी इन्हीं लोगों की आजीविका को बढाने पर खर्च किया जाएगा, ताकि आम आदमी को जंगलों से जोड़ते हुए आजीविका के साथ ही पर्यटन को भी राज्य में बढावा मिल सके।