हिमालय की गोद में बसा अरुणाचल की बेशुमार खूबसूरती मोह लेगी आपका मन, गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए है शानदार जगह…

प्रकृति की सुंदरता बटोरे और पहाड़ों की वादियों में अपनी अलग छंटा बिखेरते अरुणाचल प्रदेश में कई ऐसे स्थान हैं जो मन को मोह लेने वाले हैं. आइये, जानते हैं कुछ ऐसे ही खास जगहों के बारे में जो निश्चित रूप से आपके सफर को यादगार और रोमांचक बना सकते हैं.

गर्मी की छुट्टियां अब शुरू हो चुकी हैं. ऐसे में अगर आप सुकून के पल बिताने के लिए कहीं बाहर जाने की सोच रहे हैं तो अरुणाचल प्रदेश की यात्रा आपके लिए बेहद रोमांचकारी और एक अनोखा अनुभव देने वाली हो सकती है. भारत में कई ऐसे जगह हैं जहां प्रकृति की एक अलग ही छंटा देखने को मिलती है. अगर आप गर्मी की छुट्टियों के दौरान नार्थ-ईस्ट घूमने जाने की सोच रहे हैं तो अरुणाचल प्रदेश आपके लिए बेहद शानदार जगह हो सकती है.

प्रकृति की सुंदरता बटोरे और पहाड़ों की वादियों में अपनी अलग छंटा बिखेरते अरुणाचल प्रदेश में कई ऐसे स्थान हैं जो मन को मोह लेने वाले हैं. आइये, जानते हैं कुछ ऐसे ही खास जगहों के बारे में जो निश्चित रूप से आपके सफर को यादगार और रोमांचक बना सकते हैं.

तवांग : हिमालय की गोद में बसा तवांग खूबसूरती के लिहाज से एक अनोखी जगह है. यहां प्रकृति और संस्कृति का एक आदर्श मिश्रण देखने को मिलता है.अगर आपको पहाड़ों की यात्रा करने का शौक है तो तवांग से बेहतर विकल्प और कुछ नहीं हो सकता. बता दें कि तवांग शहर समुद्र तल से 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.

जीरो वैली : हिमालय की तलहटी में बसी जीरो वैली एक बेहद सुरम्य घाटी है. देवदार के पेड़ से लदे पहाड़, धान के बड़े-बड़े खेत, विचित्र बस्तियों, बांस की झोपड़ियों और वनस्पतियों-जीवों की जीवंत श्रृंखला से घिरी यह घाटी प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। विश्व धरोहर स्थल होने के नाते, यह घाटी आपको अपतानी जनजाति की संस्कृति और परंपरा के बारे में जानने का भी मौका देती है जो एक ऐसा विशेष अनुभव है जिसे आप जीवन भर संजो कर रखेंगे.

नामदाफा नेशनल पार्क : नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे बड़ा वन्यजीव संरक्षित क्षेत्र और तीसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है. यह पार्क 1985 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसकी ऊंचाई 200 मीटर से 4571 मीटर तक है. अगर आप फॉरेस्ट एडवेंचर (Forest Adventure) के प्रेमी हैं तो यहां जरूर घूमने जाए.

सेला दर्रा : अगर आप पहाड़ों की वादियों के शौकीन हैं तो सेला दर्रा निःसंदेह एक बेहद सुरम्य जगह है. यह एक ऐसा पहाड़ी दर्रा है जिसकी ऊंचाई 13,700 फीट है. हालांकि यह दर्रा पूरे साल बर्फ से ढका रहता है लेकिन यह सभी मौसमों में पर्यटकों के लिए खुला रहता है. बौद्धों द्वारा इस दर्रे को पवित्र माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि इसके चारों ओर 101 झीलें हैं जो बौद्ध अनुयायियों के आस्था का केंद्र हैं.

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